
देहरादून, 29 मार्च। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चैत्र नवरात्रि और हिन्दू नव वर्ष ‘‘विक्रम संवत्-2082’’ की प्रदेशवासियों को बधाई व शुभकामनाएं दी हैं। साथ ही कहा कि नवरात्र का यह पर्व समाज में नारी के महत्व और सामर्थ्य को दर्शाता है।
राज्यपाल ने जारी बधाई संदेश में कहा कि नवरात्रि के पावन दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की उपासना हमें शक्ति, धैर्य और उत्साह प्रदान करती है। यह दिव्य पर्व श्रद्धा, भक्ति और शक्ति की आराधना का प्रतीक है,जो जीवन में नई ऊर्जा, सुख, समृद्धि और हर्षोल्लास का संचार करता है। उन्होंने कामना की कि नव संवत्सर में सभी का जीवन नई आशाओं, उल्लास और उमंग से परिपूर्ण हो। राज्यपाल ने मां दुर्गा से समस्त प्रदेशवासियों के लिए नई ऊर्जा, सकारात्मकता और सफलता के साथ ही उत्तम स्वास्थ्य की कामना की है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चैत्र नवरात्रि को शक्ति की उपासना का पर्व बताते हुए कहा कि यह पर्व भारतीय संस्कृति की महान परंपरा का प्रतीक है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सभी से नारियों के सम्मान की भी अपील की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे वेदों और पुराणों में चैत्र नवरात्रि को विशेष महत्व दिया गया है। इसे आत्मशुद्धि तथा सद् प्रवृत्ति का आधार माना गया है। चैत्र नवरात्रि में मां दुर्गा का पूजन करने से नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है तथा सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। चैत्र नवरात्रों की प्रदेश में धार्मिक महत्ता के दृष्टिगत सभी प्रमुख देवी मंदिरों एवं शक्तिपीठों में धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन की परम्परा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सनातन परम्परा में किसी भी शुभ कार्य के प्रारम्भ में संकल्प लेने का विधान रहता है। शक्ति के अनुष्ठान का यह पर्व रचनात्मक एवं सृजनात्मक कार्यों के प्रति प्रेरणा प्रदान करने वाला हो इसका हमें संकल्प लेना होगा। यह पर्व हमें नवीन उत्साह के साथ देश व समाज की सेवा की भी प्रेरणा देता है।