
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पूर्वोत्तर रेलवे ने ट्रेनों की सुरक्षित और तेज़ संचालन व्यवस्था के लिए बड़ा कदम उठाया है। अब लखनऊ और वाराणसी मंडल में कुल 126.57 किलोमीटर रेलमार्ग पर ऑटोमैटिक ब्लॉक सिग्नल सिस्टम शुरू कर दिया गया है।
मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि लखनऊ मंडल के गोविन्दनगर–टिनिच–गौर–बभनान (24.64 किमी) रेलखंड पर मंगलवार से यह सिस्टम लागू हो गया है। इस मार्ग पर नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के बाद पहली ट्रेन के रूप में गुवाहाटी–जम्मूतवी एक्सप्रेस (15651) को चलाया गया।
लखनऊ मंडल में डोमिंगढ़ से बभनान तक 90.36 किमी और वाराणसी मंडल में कुसम्ही से देवरिया सदर तक 36.21 किमी रेलखंड पर यह तकनीक सफलतापूर्वक लागू हो चुकी है। इस सिस्टम से अब एक के पीछे एक ट्रेनें सुरक्षित रूप से चलाई जा सकेंगी। इससे न केवल ट्रेनों की गति बढ़ेगी बल्कि समय पालन में भी सुधार होगा।
भविष्य में इस अत्याधुनिक प्रणाली को पूर्वोत्तर रेलवे के सभी प्रमुख मार्गों पर लागू किया जाएगा। लखनऊ–गोरखपुर–छपरा, छपरा–बनारस–प्रयागराज और सीतापुर–बुढ़वल सहित करीब 875 किलोमीटर रेलमार्ग पर इसके लिए मंज़ूरी मिल चुकी है।
रेल मंत्रालय ने इस परियोजना के लिए एक हजार करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं। पहले चरण में गोरखपुर के रास्ते बाराबंकी से छपरा तक लगभग 425 किमी रेलमार्ग पर यह सिस्टम लगाया जाएगा।