
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : जातीय जनगणना और राष्ट्रीय जनगणना के मुद्दे पर बहुजन समाज पार्टी अब सतर्क रवैया अपनाने जा रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस प्रक्रिया को लेकर अपनी शंका जाहिर करते हुए केंद्र सरकार को साफ तौर पर ईमानदारी से जनगणना कराने की सलाह दी है। उन्होंने इशारों में कांग्रेस को भी नहीं बख्शा और उस पर जनगणना प्रक्रिया को सालों तक टालने का आरोप लगाया।
सोमवार को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर मायावती ने केंद्र की भाजपा सरकार को घेरते हुए कहा कि जिन अपार उपलब्धियों का दावा सरकार कर रही है, वो जमीनी हकीकत में आम जनता की गरीबी, बेरोजगारी और दर्द को दूर करने में कितनी कारगर रहीं – इसका जवाब समय आने पर जनता खुद देगी।
उन्होंने कहा कि जनगणना का काम कांग्रेस के समय से अधूरा पड़ा था, और अब जब जनता के दबाव में इसकी प्रक्रिया शुरू हुई है, तो यह जरूरी है कि इसे पूरी पारदर्शिता और समयबद्ध तरीके से अंजाम दिया जाए। मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि पार्टी इस मुद्दे को लेकर अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को सजग बनाएगी ताकि वे सही तथ्यों से अवगत रहें।
चुनावी तैयारियों पर भी फोकस :
मायावती ने यह भी बताया कि पार्टी पूरे देश में खासतौर से उत्तर प्रदेश और बिहार में चुनावी मोड में आ चुकी है। उन्होंने कहा कि संगठन से जुड़े कार्यों की लगातार समीक्षा हो रही है। छोटे-छोटे समूहों में बैठकों के माध्यम से रणनीति तैयार की जा रही है। पूर्वांचल में संगठन को मजबूत करने के लिए विशेष बैठक की गई जिसमें कार्यकर्ताओं को सख्ती से दिशा-निर्देश दिए गए।
बिहार विधानसभा चुनावों को लेकर भी बसपा रणनीति बनाने में जुटी है। मायावती का मानना है कि सही तैयारी और कार्यकर्ताओं की जागरूकता से बेहतर चुनावी नतीजे हासिल किए जा सकते हैं।