
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : एमएससी एल्सा 3 नामक 184 मीटर लंबा जहाज शुक्रवार को समुद्री ईंधन लेकर विझिनजाम बंदरगाह से कोच्चि के लिए रवाना हुआ। जहाज केरल तट से लगभग 38 समुद्री मील दूर समुद्र में एक ओर झुक गया। जिसके कारण इस मालवाहक जहाज से कुछ कंटेनर भी समुद्र में गिर गए।
शनिवार दोपहर को समुद्री ईंधन ले जा रहा एक लाइबेरियाई कंटेनर जहाज केरल के तट से लगभग 38 समुद्री मील दूर एक ओर झुक गया। जहाज़ पर संग्रहीत ईंधन समुद्र में फैल गया। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने इस संबंध में चेतावनी जारी की है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे तट पर फैले किसी भी कंटेनर या तेल को न छुएं। भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य में लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि रात आठ बजे तक तटरक्षक बल ने 21 चालक दल के सदस्यों को बचा लिया था।
@IndiaCoastGuard #MRCC, #Mumbai responded to a distress alert from the Liberia-flagged container ship MSC ELSA 3, which developed a 26° list approximately 38 nautical miles southwest of #Kochi.
— PRO Defence Kochi (@DefencePROkochi) May 24, 2025
The vessel had departed #Vizhinjam Port on 23 May 25 and was en route to #Kochi, with… pic.twitter.com/m4OhGxAkk6
चेतावनी जारी
इस संबंध में केएसडीएमए के सदस्य सचिव शेखर कुरियाकोस ने एक वॉयस नोट साझा किया और गिरे हुए सामान के बारे में बात करते हुए कहा कि तटरक्षक बल (आईसीजी) से इस बारे में जानकारी मिली थी। उन्होंने लोगों को चेतावनी दी कि वे तट पर बहकर आए किसी भी कंटेनर या सामग्री के पास न जाएं या उसे न छुएं। यदि उन्हें ऐसा कुछ भी दिखाई दे तो उन्हें तुरंत पुलिस को इसकी सूचना देनी चाहिए।
लोगों को जलस्तर बढ़ने की संभावना के बारे में चेतावनी दी जा रही है, क्योंकि तेल सहित अन्य सामान कंटेनरों से बहकर तट की ओर आ सकता है। ऐसे में अगर लोगों को ऐसी कोई वस्तु दिखे तो उन्हें उसके पास नहीं जाना चाहिए और न ही उसे छूना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि रिसाव के कारण कुछ तटीय क्षेत्रों में तेल की परतें बनने की संभावना है। तटरक्षक बल ने पुष्टि की है कि जहाज में मरीन गैस ऑयल (एमजीओ) और अति निम्न सल्फर ईंधन तेल (वीएलएसएफओ) था, जो समुद्र में फैलने पर पर्यावरणीय खतरा पैदा कर सकता है।