
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : लखनऊ में एक बार फिर से पुलिस भर्ती के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि एक शख्स ने खुद को सचिवालयकर्मी बताकर ऊंची पहुंच का रौब दिखाया और परिचित से चार लाख रुपये ऐंठ लिए।
पीड़ित संटू, जो हाथरस के सिकंदरा राऊ का रहने वाला है, की पहचान सरोज कुमार से थी। सरोज मूल रूप से फिरोजाबाद का निवासी है और इस समय महालक्ष्मीनगर, सलेमपुर पतौरा, पारा में रह रहा था। फरवरी 2024 में संटू की मुलाकात सरोज से हुई। बातचीत के दौरान सरोज ने दावा किया कि वह सचिवालय में नौकरी करता है और यूपी पुलिस में भर्ती प्रक्रिया चल रही है। उसने यह भी कहा कि उसके संपर्कों से भर्ती आसानी से हो सकती है, लेकिन इसके लिए प्रति उम्मीदवार 10 लाख रुपये लगेंगे।
इस झांसे में आकर संटू ने अपने मामा के बेटे सौरभ और एक अन्य परिचित जय (दोनों निवासी एटा) की भर्ती कराने के लिए सरोज को चार लाख रुपये एडवांस दे दिए। लेकिन भर्ती प्रक्रिया निरस्त हो गई। जब संटू ने पैसे वापस मांगे तो आरोपी सरोज ने टालमटोल शुरू कर दिया। एक साल तक झूठे आश्वासन देने के बाद जब पीड़ित परिवार सरोज के घर पहुंचा तो वहां ताला लगा मिला। फोन करने पर सरोज ने उन्हें धमकाया भी।
आखिरकार परेशान होकर पीड़ित ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस पर इंस्पेक्टर पारा सुरेश सिंह ने बताया कि मामले में धोखाधड़ी और धमकी की धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जांच जारी है।