
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गंगा नदी के जलस्तर में इन दिनों लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। शनिवार को कछला में गंगा का गेज 162.31 मीटर दर्ज किया गया, जो बीते 24 घंटे में तीन सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्शाता है। हालांकि फिलहाल स्थिति सामान्य बनी हुई है, लेकिन गंगा किनारे बसे ग्रामीणों के मन में बाढ़ को लेकर चिंता साफ झलक रही है।
बारिश का मौसम दस्तक दे चुका है और पहाड़ों पर हो रही मूसलधार बारिश का पानी अब गंगा में छोड़ा जा रहा है। इसका असर मैदानी इलाकों में दिखने लगा है, जहां गंगा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव ग्रामीणों की धड़कनों को तेज कर रहा है।
तटीय गांवों में सतर्कता बरती जा रही है। लोग हर पल गंगा की ओर निगाहें टिकाए हुए हैं, कि कहीं जलस्तर अचानक न बढ़ जाए। सिंचाई विभाग ने पहले से कराए गए बाढ़ नियंत्रण कार्यों पर पैनी नजर बनाए रखी है। बांधों और स्टड की निगरानी की जा रही है।
जिले में हुई हल्की बारिश – तीन मिलीमीटर – ने भी लोगों को सतर्क कर दिया है। प्रशासन भी सक्रिय है। बाढ़ चौकियां सजग हैं और कंट्रोल रूम लगातार जानकारी साझा कर रहा है।
गंगा में जल प्रवाह के आँकड़े (शनिवार के अनुसार):
हरिद्वार: 74,203 क्यूसेक
बिजनौर: 38,045 क्यूसेक
नरौरा: 71,077 क्यूसेक
अधिशासी अभियंता शेरसिंह का कहना है कि “गंगा में जलस्तर सामान्य है और तटीय क्षेत्र को कोई खतरा नहीं है। सिंचाई विभाग लगातार निगरानी बनाए हुए है।”