
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गुजरात में गर्मी के तेवर बरकरार हैं, लेकिन अब राहत की उम्मीद दिख रही है। मौसम विभाग ने संकेत दिए हैं कि आने वाले सात दिनों में राज्य के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। सौराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के जिलों जैसे अमरेली, भावनगर, बोटाद, सूरत, नवसारी, वलसाड, तापी, डांग, छोटा उदेपुर, नर्मदा, भरूच, दमन और दादरा नगर हवेली में बादलों की आवाजाही के बीच बारिश की संभावना जताई गई है।
इस दौरान अधिकतम तापमान 39 से 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहेगा। समुद्र में उठती लहरों और अरब सागर से आ रही नमी को देखते हुए मछुआरों को अगले छह दिनों तक समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
मानसून इस साल समय से पहले भारत में पहुंच गया है। सामान्यतः मानसून जून के पहले सप्ताह में दस्तक देता है, लेकिन इस साल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में बढ़ी नमी की वजह से मानसूनी हवाएं पहले ही सक्रिय हो गई हैं। 24 मई को केरल में मानसून की आमद ने यह साफ कर दिया कि इस बार मौसम कुछ जल्दी करवट ले रहा है।
आज के दिन की बात करें तो अमरेली, भावनगर, सूरत, तापी, डांग, वलसाड, नवसारी, दमन-दादरा नगर हवेली, दाहोद, छोटा उदेपुर और नर्मदा जैसे जिलों में बारिश हो सकती है। तटीय इलाकों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है।
हालांकि, मानसून अभी गुजरात में आधिकारिक तौर पर नहीं पहुंचा है। राज्य के अलग-अलग हिस्सों में पिछले सप्ताह से आंधी-तूफान और हल्की बारिश देखने को मिल रही है, लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि अभी कोई मजबूत सिस्टम सक्रिय नहीं है जो मानसून को पूरी तरह गुजरात में प्रवेश दिला सके।
उधर, महाराष्ट्र में तूफान की गतिविधियों के चलते मानसून पहले ही पहुंच चुका है। पूर्वोत्तर राज्यों में भी यह सक्रिय हो गया है। गुजरात को अभी मानसूनी बारिश का बेसब्री से इंतजार है।