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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : संविधान दिवस 2025 के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रिमंडल ने लोक भवन, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में संविधान की मूल प्रस्तावना का पाठ कर लोकतांत्रिक मूल्यों और आदर्शों की शपथ ली। कार्यक्रम में लघु फिल्म प्रदर्शित की गई और विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को सम्मानित भी किया गया।

सीएम योगी ने कहा कि भारत के संविधान का अपमान केवल दस्तावेज़ का नहीं बल्कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और उन गरीब नागरिकों का अपमान है, जिन्हें संविधान ने लोकतांत्रिक अधिकार दिए। उन्होंने बताया कि भारत ने अपने स्वतंत्र नागरिकों को सभी के लिए समान मतदान अधिकार पहले दिन से ही प्रदान किया, जबकि कई आधुनिक लोकतांत्रिक देशों ने इसे बाद में स्वीकारा। संविधान ने दलित-जनजाति समुदायों के लिए आरक्षण की व्यवस्था कर सामाजिक समता और मुख्य धारा में उनकी भागीदारी सुनिश्चित की।

सीएम ने जोर दिया कि कर्तव्यों का ईमानदारी से पालन करना ही संविधान को सम्मान देना है। उन्होंने कहा कि यदि कोई नागरिक अपने दायित्वों का पालन नहीं करता, तो वह न केवल संविधान का अपमान कर रहा है बल्कि देश की विरासत, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और यूनिफॉर्मधारी बलों का भी सम्मान कम कर रहा है।

विकसित और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम

सीएम योगी ने कहा कि आत्मनिर्भर ग्राम पंचायत से लेकर प्रदेश और भारत तक हर स्तर पर जनता की भागीदारी जरूरी है। सरकार ने सुझावों के लिए एक पोर्टल शुरू किया, जिसमें 98 लाख से अधिक लोगों ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि जब हर नागरिक अपने कर्तव्यों का पालन ईमानदारी से करेगा और सुझावों के माध्यम से विकास में योगदान देगा, तभी आत्मनिर्भर और विकसित भारत की कल्पना साकार होगी।

संविधान की प्रति हर घर में होनी चाहिए

सीएम ने बताया कि 26 नवंबर 1949 को संविधान की मूल प्रति संविधान सभा को सौंपा गया था। उन्होंने कहा कि हर घर में संविधान की प्रति होनी चाहिए और परिवार में उसकी प्रस्तावना का वाचन होना चाहिए। उन्होंने संविधान में शामिल महापुरुषों और धार्मिक प्रतीकों के चित्रों के माध्यम से भारत की विरासत और गौरव को समझने की आवश्यकता पर जोर दिया।

ईमानदारी और सम्मानजनक जीवन

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ईमानदारी से कार्य करने वाले नागरिक को सम्मानजनक मानदेय और जीवन का अधिकार मिलना चाहिए। नागरिकों को चाहिए कि वे समाज में सक्रिय भूमिका निभाएं, पड़ोस और समुदाय में होने वाली समस्याओं में योगदान दें, और देश की विकास यात्रा में भागीदार बनें।

कार्यक्रम में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, धर्मपाल सिंह, सूर्य प्रताप शाही, दारा सिंह चौहान, धर्मवीर प्रजापति, राज्य मंत्री दानिश आजाद अंसारी, बलदेव सिंह औलख और लखनऊ मेयर सुषमा खर्कवाल भी उपस्थित रहे।