Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रदेश के कई जिलों में मंगलवार को भी घने कोहरे से लोगों को राहत नहीं मिल सकी। सुबह से ही कोहरे की मोटी परत छाई रही और ठंडी हवाओं के चलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई। इसके कारण ठंड के साथ-साथ गलन भी काफी बढ़ गई। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले दो दिनों तक मौसम में किसी बड़े बदलाव के संकेत नहीं हैं।
मौसम विभाग ने बताया है कि गोरखपुर, बस्ती समेत करीब 19 जिलों में बुधवार को भी घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अतुल कुमार सिंह के अनुसार देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत और शाहजहांपुर सहित आसपास के इलाकों में अगले 24 घंटे तक कोहरा बना रह सकता है।
उत्तरी तराई और उससे सटे पूर्वांचल के जिलों में कोहरा पूरी तरह से न छंटने के कारण दिनभर ठंड का असर देखने को मिला। कानपुर, गोरखपुर और सुलतानपुर में शीत दिवस की स्थिति रही, जबकि बहराइच और बस्ती में अति शीत दिवस दर्ज किया गया। पश्चिमी विक्षोभ के असर से तापमान में हल्की बढ़ोतरी जरूर हो सकती है, लेकिन कोहरे से फिलहाल राहत मिलने की संभावना कम है।
कई जिलों में दृश्यता बेहद कम रहने के आसार हैं। राजधानी लखनऊ में भी कुछ इलाकों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। हालांकि मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश के अधिकतर जिलों में अधिकतम तापमान में करीब तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी से अगले दो दिनों तक ठंड से थोड़ी राहत मिल सकती है।
मौसम विभाग का कहना है कि गुरुवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होगा। इसके बाद पहाड़ों पर बर्फबारी के कारण प्रदेश में उत्तरी और पछुआ हवाएं चलेंगी, जिससे एक बार फिर ठंड और गलन बढ़ने की संभावना है।
मंगलवार को कोहरे का सबसे ज्यादा असर गाजियाबाद, बरेली, सहारनपुर, आगरा, अलीगढ़ और शाहजहांपुर में देखने को मिला, जहां दृश्यता 50 मीटर से भी कम रही। लखनऊ में अधिकतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस गिरकर 20.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान बढ़कर 10.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया।
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