
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : पंजाब के नाभा में नकली नोटों के कारोबार का बड़ा खुलासा हुआ है। सदर थाना पुलिस ने एक संगठित गिरोह के सात लोगों को गिरफ्तार किया है, जो नकली नोटों की सप्लाई में लगे हुए थे। हैरानी की बात यह है कि पकड़े गए आरोपियों में दो महिलाएं भी शामिल हैं, जिनमें एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला है, जो पहले भी इसी जुर्म में पकड़ी जा चुकी है।
यह गिरोह पांच महीनों से सक्रिय था और नकली नोटों को जालंधर, लुधियाना, हरियाणा के चीका और कैथल जैसे क्षेत्रों में सप्लाई कर रहा था। पुलिस ने आरोपियों के पास से 500 रुपये के नकली नोटों में कुल 9 लाख रुपये, दो कारें और एक लाइसेंसी पिस्तौल जब्त की है।
गिरफ्तार लोगों में कुलविंदर कौर (खन्ना), करमजीत कौर (बरनाला), रणबीर सिंह (संगरूर), जोगिंदर सिंह (होशियारपुर), भूपिंदरपाल सिंह (संगरूर), कुलवंत सिंह (गौदाया) और लक्की मोगा (लुधियाना) शामिल हैं।
एसपी डी गुरबंस सिंह बैंस ने बताया कि कुलविंदर कौर पहले भी नकली नोट सप्लाई के केस में पकड़ी जा चुकी है और उसके नकली नोट छापने वाले गिरोहों से संपर्क थे। गिरोह के लोग नकली नोट तैयार करवाकर फिर उन्हें बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश करते थे।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि गिरोह के सदस्य एक लाख रुपये के बदले पांच लाख रुपये के नकली नोट बेचा करते थे। इतना ही नहीं, ये खुद नकली पुलिस बनकर ग्राहकों से असली और नकली नोट दोनों ले लेते थे और फिर सैटलमेंट के नाम पर और पैसे ऐंठते थे।
ये लोग नकली नोटों का इस्तेमाल छोटी दुकानों, ढाबों, पेट्रोल पंपों और ठेलों पर भी करते थे ताकि कोई शक न हो। पुलिस इन सभी आरोपियों से लगातार पूछताछ कर रही है ताकि इनके पीछे सक्रिय नेटवर्क का भी पर्दाफाश हो सके।