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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : महादेव को समर्पित श्रावण मास 25 जुलाई को श्रावण सुद एकम के साथ शुरू होगा और 23 अगस्त, शनिवार को श्रावण वद अमावस्या के साथ समाप्त होगा। जिस तरह श्रावण मास महादेव को समर्पित है, उसी तरह सातों वार भी किसी न किसी देवता को समर्पित हैं। सोमवार को महादेव का वार कहा जाता है। इसलिए जब महादेव की पूजा के लिए श्रावण मास में सोमवार पड़ता है तो उसका विशेष महत्व होता है। इस वर्ष 2025 में 4 सोमवार पड़ेंगे। श्रावण का यह मास अन्य त्योहारों से भी भरा हुआ है, रक्षा बंधन समेत कई त्योहार इसी माह में पड़ते हैं। जिनकी सूची देखनी चाहिए।                                                                         

श्रावण मास में आने वाले त्यौहार

  • 28 जुलाई श्रावण मास का पहला सोमवार
  • 4 अगस्त, दूसरे श्रावण मास का दूसरा सोमवार
  • रक्षा बंधन शनिवार, 9 अगस्त (श्रावणी पूनम) को है।
  • सोमवार, 11 अगस्त (श्रावण मास का तीसरा सोमवार)
  • बुधवार, 13 अगस्त नाग पंचमी
  • गुरुवार, 14 अगस्त, रंगना छठ
  • शुक्रवार, 15 अगस्त, स्वतंत्रता दिवस, शीतला सतम, पारसी नव वर्ष
  • शनिवार, 16 अगस्त (कृष्णजन्माष्टमी)
  • रविवार, 17 अगस्त, नौम
  • सोमवार, 18 अगस्त, श्रावण दशम (श्रावण का चौथा सोमवार)
  • 19 मंगलवार ग्यारह
  • 20 बुधवार श्रावण वद बारस (पर्यूषण की शुरुआत)
  • श्रावण मास का अंतिम दिन (श्रावण व अमावस्या) शनिवार, 23 अगस्त है।
  • वर्ष  2025 में रक्षाबंधन कब है ?
  • हिंदू कैलेंडर के अनुसार, रक्षा बंधन शनिवार, 9 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। पूर्णिमा तिथि 8 अगस्त 2025 को 2:12 बजे शुरू होगी और 9 अगस्त को 1:24 बजे समाप्त होगी।
  • राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
  • अब आइए जानते हैं राखी बांधने का शुभ मुहूर्त क्या है? रक्षा बंधन के दिन यानी शनिवार, 9 अगस्त 2025 को राखी बांधने का शुभ मुहूर्त सुबह 5:47 बजे से शुरू होकर दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा।
  • भद्रा काल का प्रभाव
  • हिंदू मान्यताओं में भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं और इस दौरान राखी बाँधना भी अशुभ माना जाता है। अच्छी खबर यह है कि 2025 में रक्षाबंधन पर भद्रा का प्रभाव लगभग नहीं रहेगा। भद्रा काल 9 अगस्त को सूर्योदय से पहले ही समाप्त हो जाएगा, यानी बहनें पूरे दिन बिना किसी चिंता के राखी बाँध सकेंगी।