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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में कोरोना से एक और मौत की खबर सामने आई है। 65 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई है। बुजुर्ग मुंह के कैंसर और किडनी की बीमारी से पीड़ित थे। दिल्ली में कोरोना के 620 एक्टिव मरीज हैं और 13 लोगों की मौत हो चुकी है।

15 जून को पहली बार एक ही दिन में कोरोना से तीन लोगों की मौत हुई थी। दिल्ली में अब तक कोरोना से 11 लोगों की मौत हो चुकी है। तीन मृतकों में दो महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। 57 वर्षीय महिला को मधुमेह और फेफड़ों की समस्या थी। 57 वर्षीय पुरुष को मधुमेह और फेफड़ों की समस्या थी। जबकि, 83 वर्षीय महिला को मधुमेह, उच्च रक्तचाप और फेफड़ों की समस्या थी।

हालांकि, तीन दिनों से कोरोना के सक्रिय मरीजों में कमी देखी जा रही है। पिछले शनिवार को सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 672 रह गई। कोई नया मामला भी सामने नहीं आया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, 24 घंटे में 212 मरीजों ने कोरोना को मात दी। 1 जनवरी से अब तक दिल्ली में 1960 कोरोना मरीज दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश में कुल कोरोना मामलों में दिल्ली दूसरे नंबर पर है।

हालांकि, तीन दिनों से कोरोना के सक्रिय मरीजों में कमी देखी जा रही है। पिछले शनिवार को सक्रिय मरीजों की संख्या घटकर 672 रह गई। कोई नया मामला भी सामने नहीं आया। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के कोविड डैशबोर्ड के अनुसार, 24 घंटे में 212 मरीजों ने कोरोना को मात दी। 1 जनवरी से अब तक दिल्ली में 1960 कोरोना मरीज दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 11 मरीजों की मौत हो चुकी है। देश में कुल कोरोना मामलों में दिल्ली दूसरे नंबर पर है।

यह प्रजाति कितनी खतरनाक है?

नए स्ट्रेन आमतौर पर तेज़ी से फैलते हैं, लेकिन वे पिछले वाले जितने घातक नहीं होते। बुज़ुर्ग, गर्भवती महिलाएँ, छोटे बच्चे और पहले से किसी बीमारी से पीड़ित लोग सबसे ज़्यादा जोखिम में हैं। ये मामले हल्के लक्षणों से शुरू होकर गंभीर श्वसन समस्याओं में बदल सकते हैं।

कोरोना के सामान्य लक्षण

बुखार या ठंड लगना,सूखी खाँसी, गला खराब होना, सिरदर्द और शरीर में दर्द, थकान और कमजोरी, सूंघने या स्वाद लेने की क्षमता का नुकसान, सांस लेने में दिक्क्त

जानें स्वास्थ्य विशेषज्ञ क्या कहते हैं

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि संक्रमण के बढ़ते मामलों से घबराने या चिंता करने की जरूरत नहीं है। हालांकि, सांस लेने में दिक्कत के साथ जुकाम से पीड़ित मरीजों को डॉक्टर से संपर्क कर जांच करानी चाहिए। ज्यादातर लोग घर पर ही ठीक हो रहे हैं, इसलिए संक्रमण होने पर भी ज्यादा चिंता करने या अस्पताल जाने की जरूरत नहीं है।