Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दिल्ली में हुए धमाके के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा और सतर्कता बढ़ाने के निर्देश तेज़ कर दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण से घटना की जानकारी ली और राज्य भर की पुलिस फोर्स को हाइ-अलर्ट पर रखने के साथ सघन चेकिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य बिंदु जो डीजीपी को दिए गए निर्देशों में शामिल हैं —
- सीनियर अधिकारी मैदान में रहें
सभी वरिष्ठ पुलिस-अधिकारी सक्रिय रूप से फील्ड में मौजूद रहें। भीड़भाड़ वाले इलाकों, बाजारों, सार्वजनिक कार्यक्रमों और धार्मिक स्थलों का खुद निरीक्षण और पेट्रोलिंग करें। - संवेदनशील बिंदुओं की सुरक्षा दुबारा जाँचे
महत्त्वपूर्ण संस्थान, धार्मिक स्थल और भीड़-भाड़ वाले स्थानों की सुरक्षा व्यवस्था का त्वरित अभिमूल्यन किया जाए और थ्रेट-असेसमेंट के अनुसार सुरक्षा बढ़ाई जाए। - सघन चेकिंग पर ज़ोर
वाहनों की चेकिंग, मेट्रो/बस अड्डे, रेलवे स्टेशनों, मॉल और सिनेमा हॉलों पर सतर्कता बढ़े — पर जनता को अनावश्यक असुविधा न हो, इसका ध्यान रखा जाए। - विशेष टीमें तत्पर रहें
एटीएस, क्यूआरटी (Quick Response Teams), बम-निरोधक दस्ते और डॉग-स्क्वॉड को तत्पर मोड में रखा जाए। फुट-पैट्रोलिंग और एरिया-डोमिनेशन बढ़ाया जाए। - सीसीटीवी व रीयल-टाइम मॉनिटरिंग
सीसीटीवी फीड्स का रीयल-टाइम विश्लेषण हो और स्थानीय खुफिया नेटवर्क व नागरिक सूचना चैनल सक्रिय कर दिए जाएँ ताकि संदिग्ध गतिविधियों की त्वरित सूचना मिल सके। - लावारिस वस्तुओं और संदिग्धों की सघन तलाशी
भीड़-भाड़ वाली जगहों पर लावारिस वस्तुओं और संदिग्ध व्यक्तियों की नियमित जांच की जाए। - यूनीट-परिवहन डीटेलिंग (UP-112 PRV)
यूपी-112 पीआरवी को संवेदनशील स्थलों पर लगातार भ्रमणशील रखा जाए ताकि तुरंत प्रतिक्रिया संभव हो। - सोशल मीडिया निगरानी और अफवाह नियंत्रण
सोशल मीडिया की लगातार निगरानी कर हर इनपुट को गंभीरता से लें; अफवाह फैलाने वालों के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई की जाए और जनता को भ्रमित करने वाले संदेशों पर रोक लगाई जाए।
अपर पुलिस आयुक्त और स्थानीय कमान को भी यही निर्देश दिए गए हैं कि वे कंट्रोल रूम के साथ समन्वय करके मॉनिटरिंग और गश्त-ऑपरेशन चलाते रहें। प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे घबराएँ नहीं, संदिग्ध गतिविधि या वस्तु की सूचना तुरंत पुलिस को दें और अफवाहें न फैलाएँ।




