
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से गुजरने वाले सैलानी बार-बार चेतावनियों को नजरअंदाज कर कोसी नदी में नहाने की जिद कर रहे हैं। हाल ही में डूबने की कई घटनाओं के बावजूद लोग खासकर छोटे बच्चों को लेकर बिना सोचे-समझे नदी के बीच तक चले जा रहे हैं। उन्हें न तो नदी की गहराई का अंदाजा है और न ही भंवरों का। यह लापरवाही कभी भी बड़ी दुर्घटना में बदल सकती है।
शनिवार को ढोकाने वाटर फॉल में एक 17 वर्षीय किशोर की मौत और बीते महीने काकड़ीघाट क्षेत्र में दो मासूम बच्चों की डूबने की घटनाओं के बावजूद भीड़ कम नहीं हो रही। नदी के किनारे चेतावनी बोर्ड होने के बावजूद लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नहाने पहुंच रहे हैं।
नावली क्षेत्र को डूबने की घटनाओं का सबसे संवेदनशील इलाका माना जाता है, लेकिन वहां भी लोग बच्चों समेत नदी में उतर जाते हैं। लोहाली, चमड़ियां, जौरासी और काकड़ीघाट जैसे क्षेत्रों में स्थिति और भी चिंताजनक है। स्थानीय व्यापारी और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने प्रशासन से मांग की है कि कोसी नदी के खतरनाक और गहरे हिस्सों में आम लोगों की आवाजाही पूरी तरह से रोकी जाए।