
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती यानी 2 अक्टूबर पर पूरे देश में शराब की बिक्री पर पाबंदी रहती है। पंजाब और हरियाणा की सरकारों ने भी अपने-अपने क्षेत्रों में शराब ठेकों को बंद करने के आदेश जारी किए थे।
लेकिन इसके बावजूद डेराबस्सी-बरवाला रोड और आसपास के कई इलाकों में शराब ठेके खुले रहे। लोगों की लंबी कतारें लगीं और शराब की बिक्री भी जोर-शोर से जारी रही।
स्थानीय लोगों का मानना है कि यह सब प्रशासन और पुलिस की मिलीभगत से संभव हुआ। जिन अधिकारियों को पाबंदी लागू करनी थी, उन्होंने जानबूझकर आँखें मूंद लीं। यही वजह है कि ठेकेदारों ने गांधी जयंती के दिन भी मोटा मुनाफा कमाया।
स्थानीय लोग यह भी कहते हैं कि अगर इस मामले की निष्पक्ष जांच होती है तो कई पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की संलिप्तता सामने आ सकती है। जब एसडीएम अमित गुप्ता से इस बारे में पूछा गया, तो उनका जवाब था कि जांच करवाई जाएगी और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने लोगों में चिंता और नाराजगी दोनों बढ़ा दी है। कई नागरिक अब यह सवाल कर रहे हैं कि क्या पाबंदी केवल कागजों में ही रह गई है?