
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : वीरवार को पंजाब और हिमाचल प्रदेश में हुई मूसलधार बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया। पंजाब के होशियारपुर जिले के टांडा उड़मुड़ क्षेत्र के गांव आहियापुर में एक पुराना मकान बारिश के चलते ढह गया। इस दर्दनाक हादसे में 36 वर्षीय शंकर मंडल और उसकी दो मासूम बेटियों की मौत हो गई। शंकर की पत्नी प्रियंका और दो अन्य बेटियां गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में जिंदगी से जूझ रही हैं।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि शुक्रवार और शनिवार को भी पंजाब में भारी बारिश हो सकती है, जिसके चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उधर हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला के पास लिंडीधार इलाके में फोरलेन सड़क परियोजना के तहत बना एक 90 फीट ऊंचा डंगा ढह गया। इसके कारण पास के पांच भवनों को खतरा उत्पन्न हो गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि लापरवाहीपूर्वक किए गए निर्माण के कारण जमीन खिसक रही है और डंगे टूट रहे हैं।
मंडी जिले में बादल फटने के कारण आई बाढ़ में बह गए एक और व्यक्ति का शव वीरवार को बरामद हुआ। इस आपदा के चलते अब तक जिले में 16 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 57 लोग अब भी लापता हैं।
सुकून की बात यह है कि जंजैहली क्षेत्र के होटल क्लब महिंद्रा में ठहरे 60 पर्यटक पूरी तरह सुरक्षित हैं। प्रशासन अब ड्रोन की मदद से लापता 7 लोगों की तलाश में जुटा है। फिलहाल राज्य में 246 सड़कों पर यातायात पूरी तरह से बंद है।
इस आपदा ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के प्रति तैयारी और निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कितनी सख्त जरूरत है।