
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमास समूह को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर उसने गाजा पट्टी पर अपना नियंत्रण नहीं छोड़ा और अमेरिका द्वारा प्रस्तावित शांति समझौते पर सहमत नहीं हुआ तो उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भी अमेरिका की इस योजना का समर्थन करते हैं और हमास को जल्द ही अपनी वास्तविक स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। शनिवार को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि हमास को तुरंत हटना होगा, अन्यथा सभी संभावनाएं खत्म हो जाएंगी और वह ऐसी किसी भी स्थिति को बर्दाश्त नहीं करेंगे जहां गाजा फिर से खतरा बन जाए। अमेरिकी शांति योजना में स्पष्ट रूप से यह प्रावधान है कि तत्काल युद्धविराम और बंधकों की रिहाई के साथ ही गाजा की सरकार में हमास की कोई भूमिका नहीं होगी, जिसके कारण नेतन्याहू और हमास के रुख में बड़ा अंतर है।
डोनाल्ड ट्रम्प का कड़ा अल्टीमेटम और इज़राइल के प्रति समर्थन
डोनाल्ड ट्रंप ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है कि हमास तय करे कि वह सचमुच शांति चाहता है या नहीं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि अगर हमास गाज़ा पर नियंत्रण नहीं छोड़ता और शांति समझौते पर सहमत नहीं होता, तो पूर्ण विनाश निश्चित है। ट्रंप ने कहा कि इज़राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ("बीबी") भी इस अमेरिकी शांति योजना का पूरा समर्थन करते हैं। इस चेतावनी से स्पष्ट है कि अमेरिकी प्रशासन देरी बर्दाश्त नहीं करना चाहता और गाज़ा पट्टी की भविष्य की व्यवस्था में हमास की भूमिका को पूरी तरह से समाप्त करना चाहता है।
ट्रम्प का सोशल मीडिया पर तत्काल शांति का आग्रह
शनिवार को ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, ट्रुथ सोशल, का इस्तेमाल हमास पर सीधा और कड़ा दबाव बनाने के लिए किया। उन्होंने लिखा, "मैं बंधकों को रिहा करने और शांति समझौते को पूरा करने के लिए बमबारी पर अस्थायी रोक लगाने के लिए इज़राइल का आभारी हूँ। हमास को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, वरना सब कुछ दांव पर लग जाएगा।" उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वह किसी भी देरी या ऐसी स्थिति को स्वीकार नहीं करेंगे जिसमें गाजा एक बार फिर खतरे का केंद्र बन जाए। यह बयान शांति प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए त्वरित कार्रवाई और दबाव की अमेरिकी इच्छा को दर्शाता है।
अमेरिकी शांति योजना के प्रमुख प्रस्तावित बिंदु
- तत्काल युद्ध विराम: योजना में सबसे पहले तत्काल युद्ध विराम का आह्वान किया गया है।
- कैदी विनिमय: इसमें 20 जीवित इजरायली बंधकों और मारे गए लोगों के शवों की रिहाई के बदले में 72 घंटों के भीतर सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई का प्रस्ताव है।
- मानवीय सहायता: समझौते के बाद गाजा को पूर्ण मानवीय सहायता भेजने का प्रावधान है।
- हमास की भूमिका: सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि योजना में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि गाजा की सरकार में हमास की कोई भूमिका नहीं होगी।
नेतन्याहू और हमास के रुख में विरोधाभास
अमेरिकी योजना पर इज़राइल और हमास के अलग-अलग रुख हैं, जो अंतिम समझौते में बाधा बन सकते हैं। इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने प्रस्ताव में फ़िलिस्तीनी राज्य के विचार को कड़ा विरोध करते हुए कहा है, "हम फ़िलिस्तीनी राज्य का कड़ा विरोध करते हैं, और यह समझौते में कहीं भी नहीं लिखा है।" दूसरी ओर, हमास ने शुक्रवार को कहा कि गाजा के शासन और फ़िलिस्तीनियों के अधिकारों से जुड़े कुछ मुद्दे अभी भी "राष्ट्रीय ढाँचे" के तहत चर्चा के अधीन हैं, जिसमें वह भाग लेगा। यह विरोधाभास योजना के क्रियान्वयन में एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।