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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : गाजियाबाद नगर निगम ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि नवाचार और पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में वह किसी से पीछे नहीं है। ब्लूमबर्ग फिलैन्थ्रापीज़ 2025 मेयर्स चैलेंज में शामिल होकर गाजियाबाद ने दुनिया भर के टॉप 50 नगर निकायों में अपनी जगह बनाई है। यह उपलब्धि नगर निगम की उन योजनाओं की वजह से मिली है, जो न केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं, बल्कि शहरी जीवन को बेहतर बनाने वाली भी हैं।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि शहर की नालियों में बहने वाले गोबर को अब पेंट बनाने में इस्तेमाल किया जाएगा। खास बात यह है कि इस पेंट का उपयोग शहर की इमारतों की छतों पर किया जाएगा, जिससे गर्मी के मौसम में तापमान 5 से 6 डिग्री तक कम होगा। यह पहल न केवल ऊर्जा की बचत करेगी, बल्कि नागरिकों को भी गर्मी से राहत दिलाएगी।

इसके साथ ही, हाईराइज़ सोसाइटी से निकलने वाले कचरे का उपयोग जैविक खाद बनाने में किया जाएगा। इससे मीथेन गैस का उत्सर्जन घटेगा और शहर को एक 'ग्रीन लंग्स' के रूप में विकसित किया जाएगा।

महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि यह सफलता केवल नगर निगम की नहीं, बल्कि पूरे शहर की है। गाजियाबाद की योजनाओं को वैश्विक मंच पर सराहा गया है, और यह उपलब्धि शहर के पार्षदों और नागरिकों की सहभागिता से ही संभव हो सकी है।