
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारतीय रेलवे इतिहास में एक और मील का पत्थर जुड़ने जा रहा है। प्रयागराज जंक्शन को 2026 तक पूरी तरह से बदलकर एक अत्याधुनिक मॉडल रेलवे स्टेशन बनाया जाएगा, जो सुरक्षा, सुविधा और तकनीक में हवाई अड्डों की बराबरी करेगा।
करीब 960 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा यह पुनर्विकास देश के रेलवे नेटवर्क के लिए एक नया मानक तय करेगा। इस प्रोजेक्ट के तहत स्टेशन को नौ मंजिला आधुनिक इमारत में बदला जाएगा, जहां यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं, हाईटेक सुरक्षा, विशाल प्रतीक्षालय, स्वचालित टिकट मशीनें, डिजिटल सूचना बोर्ड और हाई-स्पीड वाई-फाई जैसी सेवाएं मिलेंगी।
मुख्य बदलाव और सुविधाएं
टिकट होगा बोर्डिंग पास, एयरपोर्ट जैसी चेकिंग व्यवस्था
हर प्रवेश द्वार पर हाईटेक बैगेज स्कैनर और प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मी
पर्यावरण अनुकूल डिजाइन, सौर ऊर्जा और वर्षा जल संचयन तकनीक
दिव्यांग फ्रेंडली भवन, स्थानीय कला-संस्कृति की झलक
42 लिफ्ट, 29 एस्केलेटर, दो विशाल कांकोर्स, डॉरमेट्री और फूड प्लाजा
प्लेटफॉर्म पर लिफ्ट, एस्केलेटर, सीढ़ियां, प्रीपेड टैक्सी बूथ और वाहन पार्किंग
एनसीआर के वरिष्ठ डीसीएम हिमांशु शुक्ला के अनुसार, यह पुनर्विकास भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण का प्रतीक होगा और प्रयागराज की सांस्कृतिक-धार्मिक महत्ता को और बढ़ाएगा। कुंभ मेला जैसे आयोजनों में लाखों यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव मिलेगा।