
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : श्रीनगर से लौटने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज भुज एयरबेस का दौरा करने के लिए गुजरात पहुंचे हैं। उनकी यात्रा का उद्देश्य भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा करना है, विशेषकर 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद।
#WATCH | Gujarat: Defence Minister Rajnath Singh arrives in Bhuj. He will interact with Air Warriors at Bhuj Air Force Station. Air Force chief Air Chief Marshal AP Singh has also arrived here with him. pic.twitter.com/wTNQL5i0yK
— ANI (@ANI) May 16, 2025
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में सुरक्षा बलों से मुलाकात के एक दिन बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज भुज एयरबेस पहुंच रहे हैं। रक्षा मंत्री के गुजरात में भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र का भी दौरा करने की संभावना है। माना जा रहा है कि राजनाथ अपने गुजरात दौरे के दौरान सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों की समीक्षा करेंगे। यहां वह भारतीय सेना, भारतीय वायु सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों के साथ बातचीत करेंगे। पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के बाद इसे विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है। आइए जानते हैं राजनाथ सिंह ने अपने गुजरात दौरे के लिए भुज को ही क्यों चुना।
पाकिस्तान ने भुज पर ड्रोन हमला किया।
पाकिस्तान के साथ गुजरात की सीमा 508 किलोमीटर लंबी है। दिलचस्प बात यह है कि चार दिवसीय सैन्य संघर्ष के दौरान पाकिस्तान द्वारा ड्रोन हमलों के जरिए निशाना बनाए गए राज्यों में गुजरात भी शामिल था। भुज पाकिस्तान सीमा के बहुत करीब है। भुज पर पाकिस्तान द्वारा ड्रोन से हमला करने का आरोप है। भुज और नलिया के पास तैनात भारतीय सेना की वायु रक्षा इकाइयों ने पिछले कुछ दिनों में कई पाकिस्तानी ड्रोनों को सफलतापूर्वक मार गिराया है। पाकिस्तानी ड्रोन सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे थे, जिसे नाकाम कर दिया गया।
1997-1 के युद्ध में अहम भूमिका निभाने वाले
राजनाथ सिंह भुज एयरफोर्स स्टेशन पहुंच गए हैं। यह वायुसेना स्टेशन भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। भुज ने 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। खास बात यह है कि युद्ध के दौरान भुज की महिलाओं ने देश की रक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया था। महिलाओं के एक समूह ने दुश्मन के हवाई हमले में क्षतिग्रस्त हवाई पट्टी की मरम्मत करके पाकिस्तान की हार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।