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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : प्रदेश सरकार ने “नो हेलमेट, नो पेट्रोल” अभियान को फिर से सक्रिय कर दिया है। 30 सितंबर तक चलने वाले इस अभियान में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी सड़क पर उतरकर चालकों को हेलमेट पहनने के महत्व के बारे में बताएंगे। साथ ही पेट्रोल पंप संचालकों से भी सहयोग की अपील की गई है ताकि यह नियम प्रभावी रूप से लागू हो सके।

सात महीने पहले यह नियम लागू किया गया था। पेट्रोल पंपों पर आदेश चस्पा कर जनता को भी जागरूक किया गया था। हालांकि, ढिलाई के कारण नियम पूरी तरह लागू नहीं हो पाया। अब शासन ने 30 सितंबर तक के लिए विशेष अभियान शुरू किया है और अधिकारियों से कहा है कि वे नियम का पालन सुनिश्चित करें।

सोमवार को एआरटीओ शिवम यादव और यातायात प्रभारी प्रदीप सेंगर ने नगर के विभिन्न पेट्रोल पंपों का दौरा किया। पहले दिन बड़ी कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन स्पष्ट संदेश दिया गया कि बिना हेलमेट पेट्रोल या डीजल नहीं मिलेगा। नियम तोड़ने वाले 45 चालकों के चालान बनाकर उन्हें चेतावनी दी गई ताकि भविष्य में उल्लंघन न हो।

एआरटीओ का कहना है कि पूरे अभियान में परिवहन विभाग, यातायात विभाग, जिला पूर्ति अधिकारी और स्थानीय पुलिस संयुक्त रूप से काम करेंगे। सभी पेट्रोल पंप संचालकों से भी नियम के पालन में सहयोग करने का अनुरोध किया गया है।

हेलमेट के आदान-प्रदान पर कड़ी कार्रवाई

पिछले अभियान में कुछ लोग इस नियम का दुरुपयोग कर पैसा कमाने लगे थे। पंप पर कर्मचारियों द्वारा हेलमेट उपलब्ध कराए जाते थे और चालकों से अतिरिक्त शुल्क लिया जाता था। अब ऐसे मामले पाए जाने पर चालक और हेलमेट देने वालों दोनों पर दोगुना जुर्माना लगाया जाएगा।