
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS) अब राज्य की अर्थव्यवस्था और पहचान को वैश्विक स्तर पर स्थापित करने का बड़ा जरिया बन चुका है। ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में 25 से 29 सितंबर तक होने वाले इस आयोजन को लेकर उद्योग जगत में उत्साह साफ नजर आ रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में 2023 और 2024 के सफल आयोजनों ने यह दिखा दिया कि उत्तर प्रदेश केवल घरेलू बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी बड़ी भूमिका निभा सकता है। अब तीसरे संस्करण से उम्मीद है कि यह आयोजन निवेश और निर्यात दोनों के नए रिकॉर्ड बनाएगा।
2023: जब शुरू हुई नई शुरुआत
यूपीआईटीएस की शुरुआत साल 2023 में हुई थी। इस पहले आयोजन में 2000 से ज्यादा प्रदर्शकों ने हिस्सा लिया और प्रदेश की कला, संस्कृति, कृषि और उद्योग से जुड़े उत्पादों को दुनिया के सामने रखा। 60 देशों से आए 350 विदेशी खरीदार और करीब 3 लाख विजिटर्स इस आयोजन का हिस्सा बने। परिणाम यह रहा कि 1000 करोड़ रुपए से अधिक का बिजनेस वॉल्यूम दर्ज किया गया। यह पहल स्थानीय उत्पादों को वैश्विक मंच तक पहुंचाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि साबित हुई।
2024: नई ऊंचाइयों तक पहुंचा आयोजन
दूसरा संस्करण 2024 में और भी भव्य साबित हुआ। वियतनाम को सहयोगी देश के रूप में शामिल करने वाले इस आयोजन में 2122 प्रदर्शक और 70 देशों से आए 350 विदेशी खरीदारों ने भाग लिया। इस बार 5 लाख से ज्यादा लोगों ने प्रदर्शनी देखी। बी2बी और बी2सी मॉडल की वजह से 2200 करोड़ रुपए से अधिक के निर्यात ऑर्डर मिले और 40 करोड़ रुपए से ज्यादा की सीधी बिक्री दर्ज की गई। खास बात यह रही कि केवल शीर्ष 20 उद्यमियों को ही 630 करोड़ रुपए से ज्यादा के ऑर्डर मिले। मेरठ, हापुड़, गाजियाबाद, कानपुर, मथुरा और ग्रेटर नोएडा जैसे जिलों के उद्योगों ने यहां अपनी दमदार मौजूदगी दर्ज कराई।
‘वोकल फॉर लोकल’ से ग्लोबल ब्रांडिंग तक
यूपीआईटीएस ने सिर्फ कारोबार को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ को भी अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई। राज्य सरकार की नीतियों—जैसे ODOP, स्टार्टअप, MSME और निर्यात प्रोत्साहन—ने इस आयोजन में नई ऊर्जा भरी है।
2025 का आयोजन खास रणनीति के साथ तैयार किया जा रहा है। इस बार उम्मीद है कि परंपरागत उत्पादों के साथ-साथ हाई-टेक सेक्टर्स में भी निवेश और निर्यात के नए अवसर पैदा होंगे। यह आयोजन उत्तर प्रदेश को ग्लोबल बिजनेस मैप पर और मजबूत स्थान दिलाने की दिशा में बड़ा कदम होगा।