
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : उत्तर प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी और सफल पुलिस भर्ती प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। इस ऐतिहासिक मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं शामिल होंगे। वे रविवार को लखनऊ के अवध विहार योजना स्थित डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में सिपाही पद पर चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपेंगे।
इस भर्ती प्रक्रिया के तहत कुल 60,244 अभ्यर्थियों का चयन आरक्षी नागरिक पुलिस में किया गया है, जिनमें 12,048 महिलाएं भी शामिल हैं। इससे पहले यह परीक्षा पेपर लीक के कारण रद्द कर दी गई थी, लेकिन बाद में कड़े सुरक्षा इंतजामों के साथ दोबारा सफलतापूर्वक आयोजित की गई।
रविवार दोपहर 12 बजे इस समारोह की शुरुआत होगी। मंच से अमित शाह और योगी आदित्यनाथ 50 अभ्यर्थियों को अपने हाथों से नियुक्ति पत्र देंगे, जबकि बाकी अभ्यर्थियों को वहीं समारोह स्थल पर पत्र वितरित किए जाएंगे।
समारोह की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं — सुरक्षा से लेकर यातायात व्यवस्था तक को लेकर व्यापक प्रबंध किए गए हैं। यह आयोजन उत्तर प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम माना जा रहा है।
प्रशिक्षण की तैयारी शुरू:
भर्ती किए गए सभी सिपाहियों का आधारभूत प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है। सरकार ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए पहले इकाना स्टेडियम को चुना था, लेकिन अब इसे वृंदावन योजना के परिसर में आयोजित किया जा रहा है। वहां एक भव्य आयोजन की तैयारी चल रही है।
यातायात और सुरक्षा व्यवस्था:
कार्यक्रम में भारी भीड़ को देखते हुए लखनऊ और उसके आसपास के दस जिलों — कानपुर, रायबरेली, सुलतानपुर, फतेहपुर, सीतापुर, महोबा, उन्नाव, अमेठी, बस्ती और जालौन — में विशेष डायवर्जन प्लान लागू रहेगा। आवश्यक वस्तुओं को छोड़कर कोई भी भारी वाहन लखनऊ की ओर नहीं जा सकेगा।
अभ्यर्थियों के ठहरने का इंतजाम:
जिलों से आने वाले अभ्यर्थियों के लिए शनिवार रात लखनऊ के पास रुकने की व्यवस्था की गई है। सभी अभ्यर्थियों को रविवार सुबह 10 बजे तक कार्यक्रम स्थल पर पहुंचना होगा, जहां जिलेवार उनके बैठने का इंतजाम किया गया है।
डीजीपी राजीव कृष्ण ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं। अभ्यर्थियों के ड्रेस कोड और सुविधाओं को लेकर भी विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
यह समारोह न केवल एक भर्ती प्रक्रिया का समापन है, बल्कि उत्तर प्रदेश पुलिस के भविष्य की दिशा तय करने वाला ऐतिहासिक क्षण भी है।