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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड के वाहन चालक बाहरी राज्यों के चालकों की तुलना में ज्यादा लापरवाह नजर आ रहे हैं। परिवहन विभाग की प्रवर्तन कार्रवाई के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो रहा है। 30 अप्रैल से शुरू हुई यात्रा के दौरान अब तक विभाग की टीमों ने कुल 3802 वाहनों के चालान किए हैं, जिनमें से 2703 वाहन उत्तराखंड में पंजीकृत हैं, जबकि 1099 वाहन बाहरी राज्यों से हैं।

गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 30 अप्रैल को खुले और इससे एक दिन पहले ही ऋषिकेश से बसों और अन्य वाहनों का संचालन शुरू हो गया था। केदारनाथ और बदरीनाथ के कपाट क्रमशः दो और चार मई को खुलने के बाद यात्रा ने रफ्तार पकड़ी।

हालांकि भारत-पाक तनाव के चलते शुरुआत में श्रद्धालुओं की संख्या अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन 15 मई के बाद शांति बहाली की घोषणा के बाद यात्रियों की संख्या में वृद्धि देखी गई। इसी के साथ, दुर्घटनाओं पर नियंत्रण को लेकर परिवहन विभाग ने सख्ती बढ़ा दी है।

इन रूटों पर हो रही है सघन चेकिंग:

तिमली-हरर्बटपुर-कटापत्थर-यमुना पुल

यमुना पुल-डामटा-बड़कोट-यमुनोत्री

चिन्यालीसौड़-उत्तरकाशी-गंगोत्री

भद्रकाली-नरेंद्रनगर-चंबा

तपोवन-देवप्रयाग-कीर्तिनगर-रुद्रप्रयाग-कर्णप्रयाग

रुद्रप्रयाग-सोनप्रयाग (केदारनाथ)

कर्णप्रयाग-जोशीमठ-बदरीनाथ

काटे गए चालानों का विवरण:

बसें: 499

टैक्सी: 955

मैक्सी: 479

निजी वाहन: 1067

भारी वाहन: 494

अन्य: 308

चेकपोस्ट अपडेट:
यात्रा मार्गों पर छह प्रमुख चेकपोस्ट स्थापित किए गए हैं जिनमें से ब्रह्मपुरी, भद्रकाली, कुठालगेट, बाड़वाला, हरबर्टपुर पर चेकिंग जारी है। सत्यनारायण मंदिर चेकपोस्ट को 23 मई से अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।

परिवहन विभाग का मुख्य फोकस शराब पीकर गाड़ी चलाने, तेज गति, और ओवरलोडिंग पर रोक लगाने पर है, ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

– संदीप सैनी, आरटीओ एवं नोडल अधिकारी, चारधाम यात्रा