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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : रसोई घर को घर का सबसे पवित्र स्थान माना जाता है। रसोई से जुड़े वास्तु दोष न केवल परिवार में क्लेश लाते हैं, बल्कि परिवार के सदस्यों को आर्थिक और मानसिक कष्ट भी देते हैं। रसोई घर में वास्तु टिप्स का पालन करना बेहद ज़रूरी है।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, गैस स्टोव के लिए सबसे शुभ दिशा दक्षिण-पूर्व दिशा है, जो अग्निदेव के लिए सर्वोत्तम दिशा है। अग्निदेव इसी दिशा में निवास करते हैं।

वास्तु के अनुसार, गैस स्टोव और सिंक कभी भी एक-दूसरे के बगल में नहीं होने चाहिए। इससे पारिवारिक सुख पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि स्टोव अग्नि तत्व से जुड़ा है और सिंक जल तत्व से। दोनों विपरीत हैं। इन्हें एक-दूसरे के पास रखने से जीवन में तनाव और असंतुलन पैदा होता है।

रसोई का सिंक हमेशा उत्तर दिशा में रखना चाहिए। उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा जल तत्व की दिशा है। सिंक के अलावा, पानी का फ़िल्टर भी इसी दिशा में होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम दिशा में पानी रखने से बचें, क्योंकि इससे धन और शांति में बाधा आ सकती है।

चूल्हे को हमेशा दीवार की ओर रखें और दरवाज़े से दूर रखें। चूल्हे पर या उसके आस-पास अव्यवस्थित चीज़ें रखने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है और धन की हानि होती है।

अपने गैस स्टोव को हमेशा साफ़ रखें और उसकी तुरंत मरम्मत करवाएँ। अगर कोई खराब पुर्ज़ा हो जाए तो उसे बदलवाएँ। ऐसा न करने से आपकी समृद्धि नष्ट हो जाएगी।