
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : दशहरा, जिसे विजयादशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में से एक है। इसे पूरे देश में बड़ी श्रद्धा और धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार उस दिन की याद में मनाया जाता है जब भगवान राम ने रावण का वध किया था। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। आज हम जानेंगे कि कौन से मुस्लिम देश भी इस त्योहार को मनाते हैं।
पाकिस्तान में दशहरा
दशहरा कुछ ऐसे देशों में भी मनाया जाता है जहाँ हिंदू समुदाय भी रहते हैं। इन्हीं देशों में से एक है पाकिस्तान। पाकिस्तान के सिंध जैसे इलाकों में दशहरा इसलिए मनाया जाता है क्योंकि वहाँ बड़ी संख्या में हिंदू रहते हैं। इस त्यौहार को रामलीला, मंदिरों में पूजा-अर्चना और रावण दहन के साथ मनाया जाता है।
बांग्लादेश में दशहरा
हालाँकि बांग्लादेश में बहुसंख्यक मुस्लिम हैं, दुर्गा पूजा हिंदू समुदाय का एक प्रमुख त्योहार है। यहाँ, दशहरा दुर्गा पूजा के समापन का प्रतीक है। इस दिन, एक भव्य जुलूस के साथ देवी दुर्गा की मूर्तियों को जल में विसर्जित किया जाता है। यह दिन राक्षस महिषासुर पर देवी दुर्गा की विजय का प्रतीक है। यह कहानी भारत में मनाए जाने वाले दशहरे के संदेश से भी जुड़ी है: सत्य की हमेशा असत्य पर विजय होती है।
इंडोनेशिया में दशहरा
इंडोनेशिया के बाली और जावा जैसे द्वीपों में दशहरा बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ रामलीला का आयोजन होता है और रावण का वध भी किया जाता है। हालाँकि इंडोनेशिया एक मुस्लिम बहुल देश है, फिर भी इसका रामायण और महाभारत जैसे हिंदू महाकाव्यों से गहरा सांस्कृतिक संबंध है। इस दिन नृत्य नाटिकाएँ, कठपुतली शो और पुतला दहन का आयोजन किया जाता है।
श्रीलंका में दशहरा
रावण का श्रीलंका से एक विशेष संबंध है। रावण लंका में रहता था और उसका वध राम ने लंका में ही किया था। श्रीलंका में तमिल समुदाय दशहरा बड़ी धूमधाम से मनाता है। देश के कई हिस्सों में रावण के पुतले जलाए जाते हैं। मंदिरों में भी विशेष समारोह आयोजित किए जाते हैं और परिवार भगवान राम की पूजा करते हैं। दशहरा रामायण के नाटकों के साथ भी मनाया जाता है। रामायण की सभी कहानियाँ नाटकों के रूप में प्रस्तुत की जाती हैं। दशहरा हमें यह सिखाता है कि अंधकार पर प्रकाश की और असत्य पर सत्य की सदैव विजय होती है।