GST Act की नई-नई व्यवस्थाएं नोटिफिकेशन से उबले अधिवक्ता, दिया धरना
एसोसियेशन के सचिव अधिवक्ता अरविंद चौरसिया और विनयकांत मिश्रा ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग की कार्य प्रणाली व पद्धति से हम प्रताड़ित है। जीएसटी अधिनियम की विभिन्न व्यवस्थाओं और इसमें प्रति- दिन हो रहे संशोधन, नई-नई व्यवस्थाएं नोटिफिकेशन से हम लोग त्रस्त हो गए हैं।
वाराणसी, 28 जनवरी। वाणिज्य कर विभाग के अफसरों और जीएसटी (GST Act) के कार्य प्रणाली से नाराज सेल टैक्स के अधिवक्ताओं ने गुरूवार को चेतगंज स्थित विभाग कार्यालय परिसर में जमकर धरना प्रदर्शन किया। दी उत्तर प्रदेश टैक्स बार एसोसियेशन के बैनर तले जुटे अधिवक्ताओं ने एक दिवसीय शंखनाद दिवस में कार्य बहिष्कार करते हुए जमकर प्रदर्शन किया।
एसोसियेशन के सचिव अधिवक्ता अरविंद चौरसिया और विनयकांत मिश्रा ने बताया कि वाणिज्य कर विभाग की कार्य प्रणाली व पद्धति से हम प्रताड़ित है। जीएसटी अधिनियम (GST Act) की विभिन्न व्यवस्थाओं और इसमें प्रति- दिन हो रहे संशोधन, नई-नई व्यवस्थाएं नोटिफिकेशन से हम लोग त्रस्त हो गए हैं। उन्होंने कहा कि यह कष्ट व्यापारी वर्ग का है, समस्याएं उनकी है। किंतु समाज के प्रबुद्ध वर्ग होने के नाते हम सभी का यह नैतिक कर्तव्य और दायित्व है कि हम इन तुगलक शाही व्यवस्थाओं के खिलाफ संगठित होकर अपनी आवाज उठा सरकार तक अपनी बात पहुंचाएं।
सचिव ने बताया कि संगठन के प्रांतीय नेतृत्व के आवाहन पर कार्य बहिष्कार किया गया है। हमारे प्रांतीय संघ का यह उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को सलाह देने वाले जीएसटी काउंसिल (GST Act) सीबीआईसी तक हमारी बात पहुंचे। अन्य अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि वाणिज्य कर विभाग के बहुतायत अधिकारी और कर्मचारी निरंकुश हो चुके हैं। विधि की व्यवस्थाएं ध्वस्त होती जा रही है। विभागीय नियंत्रित डकैती का विद्रूप स्वरूप हम सभी के सामने है। हम सभी को इसका कठोर विरोध करना आवश्यक है। जीएसटी अधिनियम ने तो सभी को पंगु बना रखा है।
प्रदर्शन में अधिवक्ता सुरेश सिंह, एमपी सिंह, प्रमोद राम त्रिपाठी, धनंजय सिंह, सुशील श्रीवास्तव, कौशल सिंह, अमित राय, उमेश सिंह, राजेंद्र श्रीवास्तव, बालकेश्वर आदि शामिल रहे।