चाणक्य नीति : आज ही त्याग दें ये तीन बुरी आदतें, नहीं तो धीरे-धीरे हो जाएंगे गरीब
अगर आप भी चाहते हैं कि माता लक्ष्मी आप पर प्रसन्न रहें और आपके पास पैसा बना रहे तो आचार्य चाणक्य की इन 4 बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ ऐसी ही बाते बताई हैं जिनके कारण व्यक्ति दरिद्र हो जाता है। इसलिए इन खराब आदतों का त्याग कर देना चाहिए। जानते हैं कि कौन सी हैं वे बुरी आदतें...
अगर आप भी चाहते हैं कि माता लक्ष्मी आप पर प्रसन्न रहें और आपके पास पैसा बना रहे तो आचार्य चाणक्य की इन 4 बातों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। चाणक्य ने अपनी नीतियों में कुछ ऐसी ही बाते बताई हैं जिनके कारण व्यक्ति दरिद्र हो जाता है। इसलिए इन खराब आदतों का त्याग कर देना चाहिए। जानते हैं कि कौन सी हैं वे बुरी आदतें…
जो लोग गंदे रहते हैं स्वच्छ वस्त्र धारण नहीं करते हैं या फिर अपने आस-पास गंदगी का वातावरण रखते हैं और सुबह को अपने दांत साफ नहीं करते हैं। माता लक्ष्मी उनसे कभी प्रसन्न नहीं होती हैं। ऐसे लोग हमेशा दरिद्रता का जीवन व्यतीत करते हैं। इसलिए इन खराब आदतों का त्याग करना चाहिए।
जो लोग बहुत कर्कशता के साथ या कड़वा बोलते हैं। उनसे भी मां लक्ष्मी कभी प्रसन्न नहीं होती हैं। इसलिए हमेशा मीठा बोलना चाहिए। मीठा बोलना एक बहुत ही अच्छा आदत है। इसलिए कड़वा बोलने की आदत को तुरंत ही त्याग देना चाहिए। कड़वा बोलने के कारण व्यक्ति के संबंध तो खराब होते ही हैं साथ ही में वह कंगाल भी हो जाता है।
सूर्योदय के बाद कभी भी नहीं सोना चाहिए। चाणक्य के अनुसार जो लोग संध्या काल में सूर्यास्त के बाद सोते हैं। वे हमेशा दरिद्र रहते हैं। शास्त्रों में भी संध्या के समय सोना वर्जित बताया गया है क्योंकि संध्या का समय देवी-देवताओं के पूजन का समय होता है। इस समय सोने वालों पर मां लक्ष्मी कभी भी अपनी कृपा नहीं करती हैं। इसलिए भूलकर भी सूर्यास्त के समय नहीं सोना चाहिए।