किसानों का देशव्यापी चक्का जाम शुरू, दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का देशव्यापी चक्का जाम शुरू हो गया है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, मध्य्प्रदेश और छतीसगढ समेत अनेक राज्यों में किसान राजमार्गों पर जमा हो गए हैं। किसान सरका और कृषि कानूनों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में सड़कें जाम नहीं की जा रही हैं। किसान नेता राकेश टिकैत ने कल शाम को ही कहा था की यूपी और उत्तराखंड के किसानों को अलर्ट पर रखा गया है। बवाल को रोकने के लिए दिल्ली समेत देशभर में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं। दिल्ली की ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
उल्लेखनीय है की कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले ढाई महीने से किसानों का प्रदर्शन जारी है। गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड के बाद अब किसान आंदोलन को और धार देने के लिए किसान संगठन आज तीन घंटे के लिए देशव्यापी चक्का जाम कर रहे हैं। किसान पूरे उत्साह में नजर आ रहे हैं और शांतिपूर्ण तरीके से राष्ट्रीय एवं राज्य राजमार्गों को बाधित कर रहे हैं। किसान नेताओं का कहना है कि केंद्र सरकार को हमारी वाजिब मांगें माननी ही होगी।
किसान आंदोलन के मद्देनजर दिल्ली में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किये गए हैं। 50 हजार सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। राजधानी की सरहदों पर ड्रोन से नजर रखी जा रही है। साइवर पुलिस की एक टीम सोशल मीडिया पर नजर बनाए हुए है ताकि अफवाहों को फैलने से रोका जा सके। इसके अतिरिक्त सुरक्षाबलों की एक टुकड़ी को रिजर्व में रखा गया है। एहितियात के तौर पर दिल्ली के 10 मेट्रो स्टेशनों को आज के लिए बंद कर दिया है।
कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियों ने किसान आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। अभी कुछ देर पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने किसानों के चक्का जाम का पूर्ण समर्थन करते हुए ट्वीट किया। राहुल ने कहा कि अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है। ये तीन कानून सिर्फ किसान-मजदूर के लिए ही नहीं, बल्कि जनता व देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन।