Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मंगलवार रात छटीकरा और आझई रेलवे स्टेशनों के बीच एक बड़ा हादसा हुआ। दिल्ली की तरफ जा रही कोयले से भरी मालगाड़ी के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। करीब आठ सौ मीटर रेलवे स्लीपर क्षतिग्रस्त हो गए, ओएचई टूट गई और लाइन पूरी तरह प्रभावित हुई। इसके कारण अप और डाउन दोनों रूट पर ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया।
घटना होते ही रेलवे अधिकारी तुरंत घटनास्थल पहुंचे। संबंधित स्टेशनों पर ट्रेनों को रोक दिया गया और बेपटरी हुए डिब्बों को पटरी पर लाने का काम शुरू कर दिया गया। रात 10 बजे तक चौथी लाइन से ट्रेनों को गुजारने का काम शुरू हुआ। इसके चलते एक दर्जन से अधिक ट्रेनों के यात्रियों को यात्रा में परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने स्टेशन पर ही ट्रैक चालू होने का इंतजार किया, जबकि अन्य ने वैकल्पिक साधनों से अपनी मंज़िल की ओर रुख किया।
रेलवे अधिकारियों ने बताया कि घटना की प्राथमिक वजह डिब्बों की कपलिंग खुल जाना हो सकती है। गाड़ी का इंजन गाड़ी से अलग होकर आगे खड़ा हो गया। अप रूट की मेवाड़, हरिद्वार-बांद्रा एक्सप्रेस, उत्तर प्रदेश संपर्क क्रांति एक्सप्रेस, केरल एक्सप्रेस और कर्नाटक एक्सप्रेस प्रभावित हुईं। वहीं डाउन रूट की नंदादेवी एक्सप्रेस और शताब्दी एक्सप्रेस भी प्रभावित रही।
इस दौरान पंजाब मेल और सोगरिया एक्सप्रेस जंक्शन रेलवे स्टेशन पर खड़ी हो गईं। दिल्ली की ओर से अंतिम गाड़ी गोंडवाना एक्सप्रेस शाम 7.15 बजे रवाना हुई थी। स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए हेल्प डेस्क खोला गया। यात्रियों के लिए खाने-पीने का इंतजाम किया गया और रिफंड की प्रक्रिया आसान बनाने की व्यवस्था की गई।
रेलवे ने देर रात तक क्रेन और अन्य उपकरणों की मदद से ट्रैक को ठीक करने का काम जारी रखा। अधिकारियों ने घटना की जांच के आदेश भी दिए हैं।




