Kumbh Mela 2021 को लेकर क्या गंभीर नहीं त्रिवेंद्र सरकार!
आप की पूर्व प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कुंभ (Kumbh Mela 2021) की तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा।
आप की पूर्व प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कुंभ (Kumbh Mela 2021) की तैयारियों को लेकर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुंभ में अब बहुत कम समय बचा है, किंतु सरकार की तैयारियों को देखकर लगता है प्रदेश सरकार अभी भी कुंभ को लेकर कुंभकर्णी नींद से नहीं जागी है।
सरकार की स्तिथि कुंभ (Kumbh Mela 2021) को लेकर स्पष्ट नहीं है। अखाड़े और साधु-संत टेंट की व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। व्यापारी असमंजस स्तिथि में हैं। कुम्भ को लेकर गाइडलाइन स्पष्ट नहीं है। अधिकारी और सरकार के बीच सामंजस्य नहीं है। उन्होंने जारी बयान में कहा कि सरकार की उदासीनता कुंभ कार्यों पर भारी पड़ती नजर आ रही है। कुंभ से जुडे़ कई कार्यों के लिए अभी तक बजट अवमुक्त नहीं हो पाया है। जिससे अभी भी कई निर्माण कार्य अधर में लटके हुए हैं।
आप पूर्व प्रवक्ता हेमा भण्डारी ने कहा कि कुंभ (Kumbh Mela 2021) को लेकर प्रदेश सरकार खूब लोक लुभावनी बातें करती नहीं थक रही है, किंतु निर्माण कार्यों पर हो रही देरी से कुंभ में संकट मंडरा सकता है। उन्होंने कहा कि कुंभ का ताल्लुक सिर्फ भारत से ही नहीं है। यहां विश्व के कई देशों से लोग मां गंगा में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं, किंतु इस तरह की चरमराई व्यवस्थाओं से लोगों पर उत्तराखंड के प्रति नकारात्मक प्रभाव पडे़गा।
Kumbh Mela 2021:शायद निर्माण कार्य पूरे नहीं हो पाएंगे
उत्तराखंड सांस्कृतिक प्रदेश है और यहां की संस्कृति को समझने और एहसास करने लोगों का यहां आना लगा रहता है किंतु जिस तरह से अव्यवस्थाएं कुंभ कार्यों के शुरू होने से पहले दिख रही हैं उससे यह लगता है कि कुंभ अपने समय पर तो पूर्ण हो जाएगा किंतु शायद तब भी निर्माण कार्य पूरे नहीं हो पाएंगे।
उन्होंने कहा कि करोड़ों श्रद्धालु कुंभ के दौरान हरिद्वार आंएंगे उनकी गाड़ियों की पार्किंग व्यवस्था, शौचालय की व्यवस्था, कोरोना से निपटने के इंतजाम से लेकर तमाम ऐसी मूलभूत जरूरत हैं जो कुंभ के दौरान बेहद जरूरी हैं, किंतु कार्यों की अधूरी व्यवस्था सरकार की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा रही हैं।
Kumbh Mela 2021: सरकार को देना होगा जवाब
उन्होंने कहा कि फ्लाई ओवर पूरे नहीं हुए, पुलों का बनाना बाकी है, होमगार्ड के कितने जवान हरिद्वार में तैनात होंगे और खाने-पीने से लेकर यातायात की क्या व्यवस्था होगी। इस सब पर सरकार को जनता को बताना चाहिए कि क्या सरकार कुंभ के लिए पूरी तरह से तैयार है। कोरोना काल में करोड़ों की भीड़ को सरकार कैसे व्यवस्थित कर पाएगी, इतने लोगों को सामाजिक दूरी फाॅलो करवा पाएगी इस पर भी सरकार को जवाब देना होगा।
उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के लिए प्रशासन कई तरह से हरिद्वार में आयोजन करवाने की बात कर रहा है किंतु अगर किसी का स्वास्थ्य खराब हो तो उसके लिए अस्पताल की क्या व्यवस्था होगी। ऐसे कई तरह के कार्य हैं जो हरिद्वार में अभी होने बाकी हैं किंतु बजट की कमी और सरकार की दूरदर्शिता की कमी से ये कार्य अभी भी अधर में लटके हैं।