इंडियन नेवी की ताकत में इजाफा, मिला एक और स्वदेशी मिसाइल फिग्रेट
इंडियन नेवी में सोमवार को एक और स्वदेशी मिसाइल फिग्रेट के शामिल होने से ताकत में और अधिक बढ़ोतरी हुई है।
इंडियन नेवी में सोमवार को एक और स्वदेशी मिसाइल फिग्रेट के शामिल होने से ताकत में और अधिक बढ़ोतरी हुई है। केंद्रीय रक्षा मंत्रालय के अधीनस्थ रक्षा पीएसयू गार्डेन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (जीआरएसई) निर्मित फर्स्ट प्रोजेक्ट 17ए स्टील्थ फ्रिगेट आईएनएस हिमगिरी को सोमवार को कोलकाता में लॉन्च कर दिया गया।
ये इंडियन नेवी की ताकत में इजाफा करेगा। इस दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत मौजूद रहे। एक अफसर ने बताया कि पी17ए शिप गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट है। हर शिप 149 मीटर लंबा और करीब 6670 टन क्षमता तथा इसकी रफ्तार 28 समुद्री मील है। जीआरएसई को 17ए प्रोजेक्ट के तहत तीन स्टील्थ फ्रिगेट के निर्माण का ठेका 19,294 करोड़ रुपये में दिया गया है।
इंडियन नेवी को 2023 में पहला शिप मिलने की उम्मीद है जबकि दो अन्य 2024 और 2025 में सौंपे जाएंगे।
इस कार्यक्रम के दौरान सीडीएस बिपिन रावत ने कहा है कि भारतीय सेना दुश्मन की किसी भी चुनौती का जवाब देने के लिए सक्षम और तैयार है। चाहे वह चुनौती जमीन से हो या हवा से या महासागर से।