
देहरादून। कांवड़ मेले में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस और जिला प्रशासन ने भी अपनी तैयारियां पूरी कर ली है। इसके लिए रुड़की से नीलकंठ तक लगभग 60 किलोमीटर हाईवे को मेला क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। इस पूरे क्षेत्र में 38 पुलिस सर्किल बनाए गए हैं। पुलिस ने आम जनता से इस क्षेत्र में न आने की अपील की है। पुलिस का कहना है कि पहाड़ी जनपदों की तरफ जाने के लिए इस हाईवे के अलावा मेरठ-बिजनौर-कोटद्वार और अन्य मार्गों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
डीजीपी अशोक कुमार ने कांवड़ मेले की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए बताया कि कांवड़ मेले की औपचारिक शुरूआत गुरुवार से हो रही है। हालांकि पूर्णिमा यानी आज 13 जुलाई से ही मेले की शुरूआत हो जाएगी। इस दिन से दूर दराज के कांवड़ियों का आना भी शुरू हो जाएगा। इसके लिए सभी क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था के सभी प्रबंध कर लिए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए बम निरोधक दस्ता, आतंकरोधी दस्ता, पुलिस फोर्स, घुड़सवार बल आदि की भी तैनाती कर दी गई है।
डीजीपी ने बताया कि रुड़की से लेकर नीलकंठ का 60 किलोमीटर हाइवे कांवड़ियों के आवगमन के सुरक्षित घोषित कर दिया है। 13 से 27 जुलाई तक यहां पर कावड़ियों की भारी भीड़ उमड़ेगी। लिहाजा, आम आदमी के लिए और पहाड़ी जिलों में जाने वालों के लिए अलग से रूट तय किए गए हैं। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि वह पहाड़ आने के लिए मेरठ-बिजनौर- कोटद्वार और मुजफ्फरनगर-देहरादून मार्ग का इस्तेमाल करें। कांवड़ मेले में किसी भी प्रकार की अराजकता को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल पूरी तरह से तैयार है