वर्ल्ड डेस्क. नए साल 2022 में प्रवेश करते देश संबंध और राष्ट्रीय सुरक्षा का परिदृश्य देखें तो देश के सामने कांटों भरा रास्ता है, जिसे पराक्रम और दक्षता से ही पार किया जा सकता है। एक जनवरी से ही चीन नया विवादास्पद भूमि सीमा कानून अमल में ला रहा है, जिसे दिवंगत जनरल बिपिन रावत ने भारत का ‘दुश्मन नंबर एक’ कहा था। इसके तहत चीन एकपक्षीय ढंग से सरहद पर लकीर निर्धारित कर सकता है।
इस कानून के कार्यान्वयन के लिए चीनी सेना को सीमा पर पड़ोसी देशों के ‘आक्रमण, घुसपैठ और उकसावे’ के विरुद्ध आक्रामक कार्रवाई करने का शासनादेश मिला है। जब बीजिंग ने गत अक्टूबर में इस पहल का एलान किया तो भारत ने आपत्ति और चिंता जताई थी, परंतु राष्ट्रपति शी चिनफिंग दबंगई की राह पर निकल चुके हैं। वह भारत को इस कानून की आड़ में परेशान करने की फितरत में हैं।