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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश का नाम रोशन किया है। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में विश्वविद्यालय को 781–790 रैंक बैंड में स्थान मिला है। यह रैंक उसे प्रदेश के सभी सार्वजनिक वित्त पोषित राज्य विश्वविद्यालयों में सबसे आगे रखती है।

इसके बाद चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ (801–850 बैंड), इलाहाबाद विश्वविद्यालय (851–900 बैंड) और दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (1001–1100 बैंड) का स्थान रहा।

शोध और वैश्विक पहचान बना सफलता का आधार

लखनऊ विश्वविद्यालय की यह उपलब्धि उसके मजबूत शोध कार्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और अंतरराष्ट्रीय पहचान को दर्शाती है।
विश्वविद्यालय ने अंतरराष्ट्रीय छात्र अनुपात में 142वां स्थान हासिल किया है, जो बताता है कि वह लगातार वैश्विक स्तर पर अपनी उपस्थिति मजबूत कर रहा है।

दक्षिण एशिया क्षेत्र में लवि 244वें स्थान पर रहा, जो इसे अग्रणी विश्वविद्यालयों के मध्य-स्तर समूह में रखता है। यह रैंक लवि के बढ़ते शोध, सहयोग और वैश्विक भागीदारी की दिशा में नए अवसर खोलती है।

शोध, प्रकाशन और गुणवत्ता में निरंतर सुधार

लखनऊ विश्वविद्यालय के शोध और प्रकाशन का रिकॉर्ड लगातार उत्कृष्ट रहा है।
विभिन्न संकायों और शोधार्थियों ने वैश्विक ज्ञान प्रणाली में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
क्यूएस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि विश्वविद्यालय ने अकादमिक प्रतिष्ठा और शोध प्रभावशीलता में मजबूत प्रदर्शन किया है।

विश्वविद्यालय प्रशासन का ध्यान अब अंतरराष्ट्रीय साझेदारियों और छात्र विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ाने पर है, ताकि वह और ऊंची रैंकिंग हासिल कर सके।

कुलपति ने सफलता को बताया सामूहिक प्रयास

विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. मनुका खन्ना ने इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए कहा कि यह परिणाम गुणवत्तापूर्ण शिक्षण और प्रभावशाली शोध का परिणाम है।
उन्होंने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय अब भारत और उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षा के अग्रणी संस्थानों में अपनी जगह मजबूत कर चुका है और अंतरराष्ट्रीय अकादमिक जगत में तेजी से पहचान बना रहा है।

प्रो. खन्ना ने बताया कि आने वाले शैक्षणिक वर्षों में सहयोगात्मक शोध, अकादमिक आदान-प्रदान और वैश्विक आउटरीच पर केंद्रित पहलें की जा रही हैं, ताकि विश्वविद्यालय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और ऊंचाइयों तक पहुंच सके।

लखनऊ विश्वविद्यालय की हालिया उपलब्धियां

  • NIRF रैंकिंग 2025: देश में 98वीं, राज्य विश्वविद्यालयों में 27वीं रैंक
  • IIRF रैंकिंग: विधि विभाग को 32वां स्थान
  • Uni World Ranking: 33वां स्थान
  • Edu Ranking: यूपी में चौथा और देश में 29वां स्थान
  • NAAC मूल्यांकन (जुलाई 2022): A++ ग्रेड