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NFR ने रेल कौशल विकास योजना के तहत 1920 बेरोजगार युवाओं को किया प्रशिक्षित

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गुवाहाटी। युवाओं को सशक्त बनाने के उद्देश्य से रेलवे ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में प्रवेश स्तरीय कौशल प्रशिक्षण देने के लिए भारतीय रेल में "रेल कौशल विकास योजना" (आरकेवीवाई) लागू की गई है। रेल कौशल विकास योजना के अंतर्गत बेरोजगार युवाओं को रेलवे विभिन्न ट्रेडों में तकनीकी प्रशिक्षण देती है, ताकि उनकी रोजगार क्षमता और उद्यमशीलता को बढ़ाया जा सके।

पूर्वोत्तर सीमा रेल (पूसीरे) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची डे ने सोमवार को बताया है कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सितंबर, 2021 में इसे लॉन्च करने के बाद कुल 1920 उम्मीदवारों ने दिसंबर, 2023 तक पूसीरे के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों में अपना प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूरा किया। चालू वित्त वर्ष में दिसंबर, 2023 तक 554 प्रशिक्षुओं ने आरकेवीवाई के अधीन सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा किया। पूसीरे ने इस वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में अधिक से अधिक प्रशिक्षुओं को शामिल करने की योजना है।

पूसीरे के छह प्रशिक्षण संस्थान पर्यवेक्षक प्रशिक्षण केंद्र/न्यू बंगाईगांव, बहु-विषयक क्षेत्रीय प्रशिक्षण संस्थान/अलीपुरद्वार, बहु-विषयक मंडल प्रशिक्षण संस्थान/कटिहार, बहु-विषयक मंडल प्रशिक्षण संस्थान/रंगिया, विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र/पांडु, गुवाहाटी और विशिष्ट प्रशिक्षण केंद्र, डिब्रूगढ़ में बेरोजगार युवाओं को विभिन्न ट्रेडों में तकनीकी प्रशिक्षण देती है। भारतीय रेल में फिटर, इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, मशीनिस्ट, मेक्ट्रोनिक्स, एसी मैकेनिक, कंक्रीटिंग, ट्रैक बिछाने तथा सूचना प्रौद्योगिकी और सिग्नलिंग एवं टेलीकम्युनिकेशन के मूलभूत प्रशिक्षण इन ट्रेडों में शामिल हैं। इस योजना के अधीन प्रशिक्षुओं को रोजगार प्रदान करने का कोई प्रावधान नहीं है। तथापि यह योजना भारत के बेरोजगार युवाओं के लिए उनकी नियोजनीयता और उद्यमशीलता में वृद्धि करने के लिए विभिन्न ट्रेड़ों में तकनीकी प्रशिक्षण देने का एक कौशल विकास कार्यक्रम है। यह योजना न केवल युवाओं की रोजगार क्षमता में सुधार करेगी, बल्कि स्वरोजगार करने वालों के कौशल और वे, जो री-स्किलिंग और अप-स्किलिंग के माध्यम से ठेकेदारों के साथ कार्य कर रहे हैं और स्किल इंडिया मिशन में योगदान दे रहे हैं, को अपग्रेड करेंगे।

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