बंगाल में जारी है राजनीतिक हिंसा, दक्षिण 24 परगना में फिर एक की मौत
झड़पों से बेलागछी इलाके में तनाव फैल गया है। गुरुवार सुबह भी संभावित टकराव के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।
कोलकाता।। राजनीतिक हिंसा के लिए कुख्यात पश्चिम बंगाल में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही है। राजधानी कोलकाता से सटे दक्षिण 24 परगना के बारुइपुर में दो गुटों के बीच हुए हिंसक संघर्ष में एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। संयुक्त मोर्चा और तृणमूल कांग्रेस के बीच झड़प में एक तृणमूल (टीएमसी) कार्यकर्ता मारा गया। मृतक की पहचान रूहल अमीन मिद्दा (60) के रूप में हुई। वहीं, दोनों पक्षों के करीब 10 और लोग घायल हो गए। इनमें संयुक्त मोर्चा के 3 कार्यकर्ता भी लापता बताए जा रहे हैं। घटना बुधवार की रात बारुईपुर के बेलेगाछी में हुई।
झड़पों से बेलागछी इलाके में तनाव फैल गया है। गुरुवार सुबह भी संभावित टकराव के मद्देनजर इलाके में अतिरिक्त संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। तृणमूल (टीएमसी) के ब्लॉक अध्यक्ष श्यामसुंदर चक्रवर्ती ने हमले को लेकर संयुक्त मोर्चा और भाजपा पर उंगली उठाई है। उन्होंने आरोप लगाया कि आईएसएफ, सीपीआईएम और भाजपा कार्यकर्ता रात में बेलेगाछी क्षेत्र में गुप्त बैठकें कर रहे थे। उस समय कुछ तृणमूल कार्यकर्ता उस जगह से घर लौट रहे थे। तब संयुक्त मोर्चा और भाजपा ने उन पर हमला किया। हमले में पांच कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हो गए हैं।
रूहुल अम नाम के घायल कार्यकर्ता पहले बारुईपुर सब-डिविजनल अस्पताल भेजा गया। वहां से उन्हें चित्तरंजन मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया जहां तडके उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि, बरूईपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से संयुक्त मोर्चा समर्थित सीपीआईएम उम्मीदवार स्वपन नस्कर ने आरोपों से इनकार किया। उन्होंने सत्ताधारी पार्टी पर आरोप लगाया कि बेलेगाछी में संयुक्त मोर्चा के एक कार्यकर्ता के घर पर एक बैठक चल रही थी। अचानक, तृणमूल के उपद्रवियों ने हमला किया। हमले में संयुक्त मोर्चा के पांच कार्यकर्ता घायल हो गए। जिनमें से तीन लापता हैं।