बिजली अभियंताओं ने सीएम व ऊर्जा मंत्री से की ये मांग, दिया पीएम के वक्तव्य का हवाला
लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को लोकसभा में बोलते हुए आईएएस अधिकारियों के सार्वजनिक उपक्रमों में नियुक्ति पर सवाल खड़ा करते हुए इसे अनुपयोगी बताया था। प्रधानमंत्री के इस वक्तव्य का स्वागत करते हुए प्रदेश के बिजली अभियंताओं ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व ऊर्जा मन्त्री पं श्रीकांत शर्मा से ऊर्जा निगमों के सीएमडी और प्रमुख सचिव के पदों पर योग्य व अनुभवी अभियंताओं तैनाती की करने की मांग की है।
ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेन्द्र दुबे, उप्र राविप अभियंता संघ के अध्यक्ष वीपी सिंह और महासचिव प्रभात सिंह ने बयान जारी कर कहा है कि पीएम मोदी ने लोकसभा में बोलते हुए सर्वजनिक उपक्रमों और तकनीकी विभागों में आईएएस अधिकारीयों की नियुक्ति को सीधे तौर पर खारिज कर दिया है। ऐसे में यह समय की महती आवश्यकता है कि इंजीनियरिंग विभागों और खासकर ऊर्जा निगमों में सर्वोच्च प्रबंधन और प्रमुख सचिव पद पर तत्काल योग्य बिजली इंजीनियरों को तैनात किया जाए।
शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना कि सब कुछ बाबू और आईएएस ही करेंगे। यह कौन सी बड़ी ताकत बना कर रख दी है हमने, बाबुओं और आईएएस के हाथ देश देकर हम क्या करने वाले हैं ? शैलेन्द्र दुबे ने कहा की पीएम का ये सीधा सन्देश है कि इंजीनियरिंग विभागों और उपक्रमों से तत्काल आई ए एस हटाकर योग्य अभियंताओं को तैनात किए जाए।