किसान आंदोलन में आतंकियों के नारे, मुख्यमंत्री को दी धमकी, बढ़ाई गई सुरक्षा
किसान आंदोलन के चलते सीएम का सिक्योरिटी का रिव्यू, वायरल वीडियो पर मांगी पानीपत,सोनीपत एसपी से रिपोर्ट, चंडीगढ़ के कार्यक्रमों में भी हरियाणा पुलिस होगी साथ
चंडीगढ़। किसान आंदोलन के बीच हरियाणा के पानीपत व सोनीपत में खालिस्तानी नारेबाजी के वीडियो वायरल हुए हैं। इस बीच खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को निशाना बनाया है। जिसके चलते प्रदेश सरकार ने न केवल पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं बल्कि मुख्यमंत्री की सिक्योरिटी का भी रिव्यू किया गया है।
केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस के सरगना गुरपतवंत सिंह पन्नु ने शुक्रवार की रात एक वीडियो के माध्यम से हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को धमकी दी है। एक पोस्टर जारी किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल को टारगेट किया गया था। इस बीच किसान आंदोलन के दौरान खालिस्तान जिंदाबाद के नारे भी लगाए गए।
बता दें कि केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही सिख फार जस्टिस के अध्य्क्ष गुरपतवंत पन्नु को आतंकवादी घोषित किया है। इसकी गैरकानूनी गतिविधियों की जांच फिलहाल एनआइए कर रही है। पन्नु खालिस्तान के समर्थन में पिछले काफी समय से भारत में अलग-अलग जगहों पर फोन कर रहा है।
इन घटनाओं पर प्रदेश सरकार सतर्क हो गई है। किसान आंदोलन के चलते सीएम की सिक्योरिटी का रिव्यू किया जा चुका है। इससे पहले मुख्यमंत्री अगर चंडीगढ़ में अपने आवास से कार्यालय, पंचकूला में पार्टी कार्यालय तथा हवाई अड्डे आदि तक जाते थे तो उन्हें केवल चंडीगढ़ पुलिस का ही कवर मिलता था लेकिन अब उन्हें हरियाणा पुलिस का कवर भी मिलना शुरू हो गया है। हरियाणा पुलिस की सिक्योरिटी विंग के कर्मचारी उन सभी चौक-चौराहों पर तैनात होंगे जहां से सीएम का काफिला गुजरेगा और चंडीगढ़ पुलिस के जवान तैनात होंगे।
बहरहाल पुलिस के आला अधिकारियों ने शुक्रवार की रात वायरल हुए पोस्टर को गंभीरता से लेते हुए पानीपत व सोनीपत के पुलिस अधीक्षकों से रिपोर्ट मांग ली है। साइबर सैल के माध्यम से यह पता लगाया जा रहा है कि हरियाणा में खालिस्तान जिंदाबाद के नारे वाला पोस्टर कहां से वायरल हुआ है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इस घटनाक्रम की पुष्टि करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के बीच कुछ अवांछित तत्वों के घुसने की सूचना है। कुछ वीडियो तथा ऑडियो वायरल हुए हैं। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हवाला देकर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी अपशब्द बोले गए हैं। हमारे पास भी कुछ इनपुट आए हैं। जिसके आधार पर इसकी जांच की जा रही है। सुरक्षा की दृष्टि से अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।