…तो क्या खतरे में हैं भाजपा के इस मुख्यमंत्री की कुर्सी, गिर जाएगी सरकार!
अंतरात्मा की आवाज को सुन किसानों का दें साथ, केंद्र सरकार पर दबाव बनाएं भाजपा के सहयोगी
चंडीगढ़। हरियाणा कांग्रेस (congress haryana) अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि कृषि विरोधी काले कानूनों को लेकर आज हरियाणा प्रदेश के किसान भाजपा सरकार के खिलाफ आंदोलनरत हैं। ऐसे में भाजपा के सहयोगी जननायक जनता पार्टी तथा निर्दलीय विधायकों को बिना किसी देरी के समर्थन वापस लेना चाहिए। जजपा के विधायक और मंत्री आंदोलनरत किसानों के समर्थन में आएं जिससे केंद्र की भाजपा सरकार पर इन कृषि विरोधी काले कानूनों को वापस लेने का दबाव बनाया जा सके।

बुधवार को जारी एक बयान में congress haryana कुमारी सैलजा ने कहा कि जजपा की तरफ से कृषि कानूनों को लेकर आया बयान सिर्फ दिखावटी है। चुनाव से पूर्व भाजपा के खिलाफ वोट मांगकर 10 सीटें अर्जित करने वाली जजपा ने पिछले वर्ष भाजपा को अपना समर्थन देकर प्रदेश वासियों के साथ विश्वासघात किया था।
जजपा के पास आज एक मौका है कि वह इस हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर हरियाणा वासियों के पक्ष में खड़ी हो और इस निर्णायक लड़ाई में किसानों का साथ दे। अपनी अंतरात्मा की आवाज को सुनकर सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक भी हरियाणा सरकार से अपना समर्थन वापस लें और भाजपा विधायक भी हरियाणा सरकार का साथ छोडक़र किसानों का साथ दें।
बता दें कि केंद्रीय कृषि कानूनों के मुद्दे पर हरियाणा सरकार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। मंगलवार को दादरी से निर्दलीय विधायक सोमवीर सांगवान ने पशुधन विकास बोर्ड का चेयरमैन छोड़ने के बाद अब सरकार से समर्थन वापस ले लिया है।
लिहाजा सांगवान के समर्थन वापस लेने से सरकार की मुश्किलें बढ़ गई हैं। अब कई जजपा विधायक भी मुखर हो गए हैं। खासकर टोहाना विधायक देवेंद्र बबली और जोगीराम सिहाग सहित कई अन्य विधायक हैं, जो सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं।