नई दिल्ली. दिल्ली (Delh) से मेरठ (Meerut) या गाजियाबाद (Ghaziabad) की ओर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे (Delhi Meerut Express Way) से आने जाने वाले वाहन चालकों का सफर 120 रुपए तक महंगा होगा. नेशनल हाईवे अथारिटी ऑफ इंडिया (National Highway Authority of India) पहली सितंबर से टोल वसूलने की तैयारी कर रहा है. देश में पहली बार इस एक्सप्रेस वे पर बगैर टोल प्लाजा के टोल वसूलने की शुरुआत भी की जा रही है.
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (DME) पर चिपियाना (अलीगढ़ रेल लाइन) में छह लेन का रेलवे ओवरब्रिज (ROB) तैयार न होने की वजह से अभी तक इसमें वाहन चालकों से टोल नहीं वसूला जा रहा था. लेकिन अब आरओबी तैयार हो चुका है. इस वजह से नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) ने परिवहन मंत्रालय (Ministry of Road Transport) से टोल वसूली की मंजूरी मांगी है. सड़क परिवहन मंत्रालय मौखिक सहमति दे चुका है, बस अब लिखित मंजूरी का इंतजार है. स्वीकृति मिलते ही एनएचएआई टोल दरों का प्रकाशन करेगा. इसके बाद सराय काले खां से मेरठ के बीच टोल वसूलना शुरू कर दिया जाएगा. मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार एक सितंबर से टोल वसूले जाने की संभावना है.
मेरठ तक 120 रुपए का लग सकता है टोल
सड़क परिवहन मंत्रालय ने टोल की दर लगभग तय कर दी हैं. जानकारी के अनुसार दो दरों से टोल वसूला जाएगा. पहला जहां पर अधिक अंडरपास या आरओबी का निर्माण किया गया है, वहां पर 2 रुपए प्रति किमी और जहां पर कम अंडरपास का निर्माण हुआ है, वहां पर 1 रुपए 60 पैसे की दर से टोल वसूला जाएगा. इस तरह सराय कालेखां से मेरठ की दूरी 72 किमी है, औसतन इस दूरी के लिए वाहन चालक को 120 के आसपास चुकाने होंगे. वहीं यूपी गेट तक 20 रुपए और लालकुआं तक 50 रुपए के करीब वाहन चालकों को टोल चुकाना होगा.