उत्तराखंड के इस जिले में 165 पक्षियों की मौत, सैंपल जांच के लिए भेजे गए
भारत में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच प्रदेश में पंछियों के मृत मिलने से विभाग के साथ लोगों की चिंता बढ़ गई है।
भारत में बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे के बीच प्रदेश में पंछियों के मृत मिलने से विभाग के साथ लोगों की चिंता बढ़ गई है। देहरादून में 165 पक्षियों की मृत्यु हुई है। इन पक्षियों में कौए, बाज और कबूतर शामिल हैं। पशु चिकित्सा और वन विभाग ने इन पक्षियों के सैंपल को जांच के लिए लैब भिजवाया है। उत्तराखंड में अभी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है।
प्रशासन ने सुबह से लेकर शाम तक मृत पक्षियों की सूचना हासिल करने के लिए टीम बनाई है। राज्यभर में मुर्गी फार्म, चिड़िया घर सहित पक्षी बहुल क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है। देहरादून में रविवार को 165 पक्षी मृत मिले हैं। पांच पक्षियों के सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान बरेली भेज दिए गए हैं। हालांकि, चार दिन पूर्व भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट भी अभी नहीं आई है। देहरादून में 162 कौए, दो कबूतर और एक चील मृत पाए गए।
प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि बाग से करीब 121 कौओं के शव मिले। इनमें ज्यादातर शव कई दिन पुराने होने के कारण सड़ गए थे। इनमें से एक से दो दिन के भीतर मरे कौओं के सैंपल बरेली भिजवा दिए गए हैं। वन विभाग और पशुपालन विभाग के कार्मिकों को पीपीई किट समेत अन्य सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया है। मृत कौओं को आबादी से दूर दफनाया जा रहा है। पूर्व में भेजे गए सैंपलों की रिपोर्ट भी एक-दो दिन में आने की उम्मीद है। इसके बाद ही बर्ड फ्लू को लेकर स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
दून के गांधीग्राम में छह और बंगाली कोठी से एक कौआ मृत पाया गया। ऋषिकेश में भी 31 कौए और दो कबूतर मरे मिले। डोईवाला में भी दस कौए मृत पाए गए। प्रदेश के अन्य शहरों में भी कौओं के मरने की सूचना है। इसे ध्यान में रखते हुये वन विभाग और पशुपालन विभाग समन्वय बनाकर काम कर रहा है।