
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में इस्तेमाल किए जाने वाले रंग न केवल सुंदरता बल्कि सकारात्मक ऊर्जा भी लाते हैं। आइए जानते हैं कि किस कमरे के लिए कौन सा रंग शुभ होता है? घर के लिविंग रूम को हमेशा हल्का पीला या क्रीम रंग करवाना चाहिए। ये रंग सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होते हैं जो मानसिक शांति प्रदान करते हैं।
घर के बेडरूम को हमेशा हल्के गुलाबी या लैवेंडर रंग से रंगना चाहिए। क्योंकि यह रंग दाम्पत्य जीवन में मधुरता और प्रेम बढ़ाता है। साथ ही यह रंग मानसिक तनाव को भी कम करता है। घर में बच्चों के कमरे का रंग हमेशा हल्का हरा या आसमानी नीला होना चाहिए। हल्के रंग रचनात्मकता को बढ़ाते हैं और बच्चों को मानसिक शांति भी प्रदान करते हैं। घर के किचन को हमेशा हल्का पीला या नारंगी रंग करवाना चाहिए। दरअसल, यह रंग भूख बढ़ाता है और परिवार में उत्साह बनाए रखता है। यह रंग स्वास्थ्य और ऊर्जा का भी प्रतीक है।
पूजा कक्ष को हमेशा सफेद या पीले रंग से रंगना चाहिए। ये दोनों रंग आध्यात्मिक ऊर्जा को बढ़ाते हैं और ध्यान केंद्रित करने में भी मदद करते हैं। अध्ययन कक्ष को हमेशा हरा या हल्का भूरा रंग करवाना चाहिए। हरा रंग बच्चों की एकाग्रता और स्थिरता बनाए रखता है। साथ ही, ये रंग बोझिल भी नहीं होते। बाथरूम में नीले और हरे रंग का प्रयोग शुभ माना जाता है। ये दोनों रंग ताज़गी और स्वच्छता का प्रतीक हैं, जो मानसिक शांति प्रदान करते हैं।