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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : 12 जून को अहमदाबाद में एयर इंडिया की फ्लाइट AI 171 की भीषण दुर्घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। इस दुर्घटना में 242 में से 241 लोगों समेत 270 लोगों की मौत हो गई थी। विमान में सवार एक व्यक्ति बच गया है। अब इस दुर्घटना के कारणों की तत्काल जांच की जा रही है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू किंजरापु ने मंगलवार को कहा, "ब्लैक बॉक्स अभी भी भारत में है और इसकी जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा की जा रही है।" ब्लैक बॉक्स में दर्ज जानकारी से यह स्पष्ट हो जाएगा कि विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद कैसे दुर्घटनाग्रस्त हुआ।

यह दुर्घटना तब हुई जब विमान अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे, जिनकी इस दुर्घटना में मृत्यु हो गई।

डीएनए परीक्षण से 259 शवों की पहचान हुई, 256 शव सौंपे गए

अहमदाबाद सिविल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि अब तक 259 शवों की पहचान हो चुकी है। इनमें से 253 शवों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की गई, जबकि 6 शवों की पहचान उनके चेहरों से करके उनके परिजनों को सौंप दिया गया। "इनमें 240 यात्री और 13 चालक दल के सदस्य थे। अब तक 256 शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।"

मृतकों में भारतीय, ब्रिटिश और अन्य विदेशी नागरिक शामिल

डॉ. जोशी ने बताया कि सौंपे गए 256 शवों में से 180 भारतीय नागरिक, 49 ब्रिटिश नागरिक, 7 पुर्तगाली, 1 कनाडाई और 19 गैर-यात्री हैं। इनमें से 228 शव सड़क मार्ग से और 28 हवाई मार्ग से उनके परिजनों को सौंपे गए।

विमान सुरक्षा पर एयर इंडिया का बयान

एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने आश्वासन दिया है, "हमारा बोइंग 787 बेड़ा सुरक्षित है। हमने डीजीसीए द्वारा अनुरोधित सभी अतिरिक्त सुरक्षा जांच पूरी कर ली हैं।" उन्होंने कहा कि विमान संख्या एआई171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद एयर इंडिया पूरी सावधानी बरत रहा है और विमानन सुरक्षा मानकों का सख्ती से पालन किया जा रहा है।

राहत राशि एवं सहायता केंद्र

एयर इंडिया ने यह भी बताया है कि पीड़ित परिवारों को 25 लाख रुपए की अंतरिम राहत दी जा रही है। 15 जून से एक केंद्रीय हेल्पडेस्क भी सक्रिय है, जो मुआवज़ा प्रक्रिया में परिवारों की मदद कर रही है। हम प्रभावित परिवारों के साथ खड़े हैं और हर ज़रूरत में उनके साथ हैं।