(एमपी विधानसभा चुनाव)
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर घमासान बचा हुआ है। कांग्रेस हाई कमान ने पिछले तीन दिनों में दूसरी बार प्रत्याशी बदल दिए हैं। मध्यप्रदेश में कांग्रेस ने चौथी सूची जारी कर 4 सीटों पर प्रत्याशी बदल दिए हैं। तीन बार में 230 प्रत्याशियों की घोषणा के बाद हो रहे विरोध, प्रदर्शन और बगावत को देखते हुए पार्टी ने ये फैसला लिया है। कांग्रेस की तरफ से नए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई है। वहीं, अटकलें है कि कुछ सीटों पर कांग्रेस और भी उम्मीदवार बदल सकती है। कांग्रेस ने सुमावली से कुलदीप सिकरवार की जगह अजब सिंह कुशवाहा, पिपरिया से गुरु चरण खरे की जगह विरेंद्र बेलवंशी, बड़नगर से राजेंद्र सिंह सोलंकी की जगह मुरली मोरवल और जावरा से हिम्मत श्रीमाल की जगह विरेंद्र सिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले बीते दिनों तीन प्रत्याशी बदले गए थे।
कांग्रेस ने तीसरी सूची में बदलाव करते हुए कमलनाथ सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे नर्मदा प्रसाद प्रजापति को नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव (अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित) , दतिया से गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ राजेंद्र भारती और पिछोर से जहां से शैलेंद्र सिंह की जगह अरविंद सिंह लोधी को टिकट दिया गया है। वहीं मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में पूर्व डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने सरकार की तरफ से इस्तीफा स्वीकार करने के अगले ही दिन चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। निशा बांगरे ने कहा कि वह चुनाव लड़ेंगी। वह बुधवार, गुरुवार या शुक्रवार को अपना नामांकन दाखिल करेंगी।
कांग्रेस के उम्मीदवार उतारने के बाद अब निर्दलीय चुनाव लड़ने के सवाल पर निशा बांगरे ने कहा कि कांग्रेस ने आमला सीट मेरे लिए छोड़ने की बात कही थी। अब इस्तीफा मंजूर हो गया है। उनसे उनका निर्णय पूछा है। उनका जो भी फैसला हो मैं चुनाव लड़ूंगी और सत्य पर चलने वालों की बाधा बनने वालों को जवाब दूंगी। बता दें राज्य सरकार की तरफ से सोमवार को निशा बांगरे का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया था, लेकिन आदेश मंगलवार को सामने आया। जिसके बाद देर शाम निशा बांगरे ने चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है।