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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर गिलको डेवलपर्स के मालिक रणजीत सिंह गिल के यहां विजिलेंस की छापेमारी को लेकर तीखा हमला बोला है। जाखड़ ने आप सरकार पर गैंगेस्टरों की तरह काम करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सलमान खान के घर पर गोलीबारी की घटना का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे बदमाश खौफ पैदा करने के लिए गोलियां चलाते हैं, उसी तरह आप सरकार ने भाजपा में शामिल हुए गिल के यहां विजिलेंस भेजकर खौफ पैदा करने की कोशिश की है।

लैंड पूलिंग और गिल का भाजपा में शामिल होना, छापे के दो कारण:

पत्रकारों से बातचीत करते हुए जाखड़ ने गिल के यहां विजिलेंस की छापेमारी के दो मुख्य कारण बताए: पहला, गिल का आप पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होना और दूसरा, लैंड पूलिंग योजना में सरकार का बुरी तरह फंस जाना। उन्होंने दावा किया कि लैंड पूलिंग योजना अब सिर्फ तीन शहरों तक सीमित रह गई है, और मोहाली में सबसे ज्यादा जमीन गिल्को डेवलपर्स के पास है। इसी डर के चलते सरकार ने विजिलेंस की कार्रवाई को अंजाम दिया है।

भ्रष्टाचार पर सीएम मान की दोहरी नीति:

जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान के भ्रष्टाचार को 'कैंसर' मानने वाले बयान पर तंज कसते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की शुरुआत तो 2016 में ही हो गई थी, जब संजीव अरोड़ा (वर्तमान मंत्री) के खिलाफ सेबी ने शेयरों के दाम गलत तरीके से बढ़ाने का फैसला दिया था। उन्होंने कहा कि उस समय ईडी की छापेमारी को आप सरकार ने राजनीतिक बदलाखोरी करार दिया था।

लैंड पूलिंग योजना पर निशाना:

जाखड़ ने लुधियाना के मुंडियां कलां गांव का उदाहरण देते हुए कहा कि उद्योग के लिए अधिग्रहित 41 एकड़ जमीन को बाद में ग्रुप हाउसिंग के लिए हस्तांतरित कर दिया गया, जबकि कानून के मुताबिक ऐसा नहीं किया जा सकता। उन्होंने दावा किया कि आप सरकार की लैंड पूलिंग योजना किसानों के विरोध के कारण बंद हो जाएगी।

सुखजिंदर रंधावा और जग्गू भगवानपुरिया का मामला:

एक अन्य खुलासे में, जाखड़ ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के कार्यकाल में तत्कालीन मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने इस्तीफा देने की पेशकश की थी, क्योंकि उनके खिलाफ जांच चल रही थी। तत्कालीन डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया था कि रंधावा के जग्गू भगवानपुरिया के साथ संबंधों की जांच हो रही है। हालांकि, जाखड़ यह स्पष्ट नहीं कर पाए कि उस जांच का क्या हुआ। उन्होंने रंधावा के उस बयान का भी उल्लेख किया जिसमें उन्होंने भगवानपुरिया पर अपने बेटे उदयवीर को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया था।