Prabhat Vaibhav,Digital Desk : मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब पुलिस की क्षमता पर किसी को शक नहीं, लेकिन अब वक्त के साथ कदम मिलाना बेहद ज़रूरी है। अपराधी हर दिन नई तकनीक और तरीके अपना रहे हैं, ऐसे में पुलिस को भी उसी रफ्तार से अपडेट होना होगा।
पटियाला की लॉ यूनिवर्सिटी में मंगलवार को मुख्यमंत्री ने पंजाब पुलिस के जांच अधिकारियों के लिए एनडीपीएस एक्ट पर आयोजित एक विशेष कार्यशाला का उद्घाटन किया।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में पंजाब पुलिस के करीब 730 अधिकारी और जवान हिस्सा ले रहे हैं। उन्हें एनडीपीएस एक्ट की बारीकियां, सबूतों के प्रबंधन, बीएनएस में हुए बदलाव, और अन्य तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी जाएगी ताकि वे किसी भी केस को बेहतर तरीके से संभाल सकें।
देश में पहली बार ऐसा अनूठा प्रशिक्षण कार्यक्रम
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनडीपीएस से जुड़ा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने वाला पंजाब देश का पहला राज्य है। यह कदम नशा तस्करी के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करेगा और दोषियों को सजा दिलाने में बड़ी मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि कई बार मामलों की तकनीकी जानकारी न होने की वजह से अदालत में केस कमजोर पड़ जाता है और तस्कर इसका फायदा उठा लेते हैं। अब यह स्थिति बदलनी चाहिए, और यही इस प्रशिक्षण का मकसद है।
ईमानदारी से काम करने की अपील
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि हर जगह कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पूरी व्यवस्था की छवि खराब करते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि सब वैसे हैं। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निष्ठा और ईमानदारी से काम करने की सलाह देते हुए कहा — “हमें पंजाब को अच्छे लोगों की सूची में शामिल करना है, बुरे लोगों में नहीं।”
पुलिस विभाग को मिल रहा है नया रूप
मान ने कहा कि पंजाब सरकार लगातार पुलिस विभाग को अपडेट करने की दिशा में काम कर रही है। खाली पदों को भरा जा रहा है, और कर्मचारियों को तनावमुक्त माहौल देकर जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा रही है।
मुख्यमंत्री ने भरोसा जताया कि यह नया कदम न सिर्फ पुलिस बल को तकनीकी रूप से मज़बूत करेगा, बल्कि पंजाब को नशा मुक्त और सुरक्षित राज्य बनाने की दिशा में एक बड़ा परिवर्तन भी साबित होगा।




