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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा स्थापना दिवस के अवसर पर सोमवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के होमगार्ड जवानों के हित में सात अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य होमगार्ड को अधिक सुदृढ़, सक्षम और सम्मानजनक बनाना है। आपदा प्रबंधन, बचाव कार्य और कानून-व्यवस्था में हमेशा अग्रिम पंक्ति में खड़े रहने वाले जवानों के लिए यह कदम उनकी सेवा भावना और परिश्रम का सम्मान है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का दायित्व है कि जवानों की सुविधाओं, सुरक्षा और आर्थिक सहायता में लगातार सुधार होता रहे।

मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं:

आकस्मिक अवकाश: अब होमगार्ड जवानों को 12 आकस्मिक अवकाश मिलेंगे, जिससे उनकी व्यक्तिगत और पारिवारिक जरूरतों की पूर्ति आसान होगी।

मातृत्व अवकाश: महिला होमगार्ड को मातृत्व अवकाश की सुविधा दी जाएगी।

पर्वतीय भत्ता: 9000 फीट से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में तैनात जवानों को पुलिस और एनडीआरएफ की तर्ज पर 200 रुपये प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।

एसडीआरएफ प्रशिक्षण भत्ता: एसडीआरएफ प्रशिक्षण प्राप्त जवानों को 100 रुपये अतिरिक्त भत्ता मिलेगा।

वर्दी भत्ता: वर्दी भत्ता दोबारा शुरू किया जाएगा, जिससे सभी जवानों को नियमित लाभ मिलेगा।

भोजन भत्ता: भोजन भत्ता 100 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया है, जिससे ड्यूटी के दौरान बेहतर पोषण सुनिश्चित होगा।

प्रशिक्षण भत्ता: प्रशिक्षण भत्ता 50 रुपये से बढ़ाकर 140 रुपये किया गया, जिसे मुख्यमंत्री ने क्षमता-विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया।

सीएम धामी ने जवानों से अपील की कि वे राज्य निर्माण और सेवा कार्य में अपनी भूमिका और अधिक दक्षता और समर्पण के साथ निभाएं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार कानून-व्यवस्था, आपदा प्रबंधन और सार्वजनिक हित के हर क्षेत्र में होमगार्ड की भूमिका को लगातार मजबूत करने के लिए हरसंभव समर्थन देगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ये घोषणाएं जवानों की सेवा भावना, साहस और समर्पण का सम्मान हैं और भविष्य में भी उनकी कल्याण, सुरक्षा और करियर प्रगति के लिए नई नीतियां बनाई जाती रहेंगी।