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Prabhat Vaibhav,Digital Desk : बिहार की राजनीति एक बार फिर से गर्मा गई है। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने बुधवार को विपक्षी गठबंधन महागठबंधन के समन्वयक और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से एक विशेष बैठक की। यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिकता नहीं थी, बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक चर्चा का हिस्सा थी।

इस अहम बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने राज्य के मौजूदा राजनीतिक हालात की समीक्षा की और चुनावी तैयारियों को लेकर मंथन किया। चर्चा का सबसे महत्वपूर्ण बिंदु रहा - सीटों का बंटवारा और एनडीए के खिलाफ पूरी मजबूती से एकजुट होकर लड़ने की रणनीति।

भाकपा ने इस बार विधानसभा चुनाव में दो दर्जन से ज्यादा सीटों पर दावेदारी जताई है। डी. राजा ने सीटों की एक सूची तेजस्वी यादव को सौंपते हुए पार्टी की चुनावी मंशा साफ कर दी। इनमें तेघड़ा, बखरी, बछवाड़ा, फुलवारीशरीफ, झंझारपुर, मोतिहारी, जाले, डुमरांव, सिकंदरा, खजौली और करगहर जैसी महत्वपूर्ण सीटें शामिल हैं।

तेजस्वी यादव ने भरोसा दिलाया कि महागठबंधन की समन्वय समिति की बैठक में सभी घटक दलों को सम्मानजनक सीटें देने पर सहमति बनाई जाएगी और हर पार्टी की ताकत को देखते हुए उचित निर्णय लिया जाएगा।

इस बैठक में डी. राजा के साथ भाकपा के कई राज्य स्तरीय नेता भी मौजूद थे, जिनमें राज्य सचिव रामनरेश पांडेय, सचिव मंडल सदस्य संजय कुमार, ओमप्रकाश नारायण और अवधेश कुमार राय शामिल रहे।

बिहार में महागठबंधन की कोशिश है कि विपक्ष की ताकत को एकजुट रखा जाए और बीजेपी-जेडीयू गठबंधन को सशक्त चुनौती दी जाए। भाकपा की यह पहल दिखाती है कि वामपंथी दल भी इस बार मैदान में पूरी तैयारी से उतरने को तैयार हैं।