
Prabhat Vaibhav,Digital Desk : शहर के प्रतिष्ठित टाउन स्कूल में छात्रों की कलाई पर बंधे रक्षा सूत्र (कलावा) और कड़ा जबरन खुलवाने का मामला सामने आया है। घटना मंगलवार की है, जब शारीरिक शिक्षिका सुनीता कुमारी और लाइब्रेरियन श्वेता प्रिया ने पीटी के दौरान लगभग 50 छात्रों से ये प्रतीक हटवा दिए। विरोध करने पर शिक्षिकाओं ने छात्रों को न सिर्फ डांटा-फटकारा, बल्कि कुछ छात्रों की पिटाई भी की गई।
अभिभावकों ने जताई नाराजगी
घटना की जानकारी मिलने पर बुधवार को कुछ अभिभावक स्कूल पहुंचे, लेकिन स्कूल प्रशासन ने उन्हें समझाकर वापस भेज दिया। इसके बाद गुरुवार को मामला तब गंभीर हो गया जब विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और बजरंग दल के कार्यकर्ता अभिभावकों के साथ स्कूल पहुंचे और जोरदार प्रदर्शन किया। सभी ने आरोपी शिक्षिकाओं पर कड़ी कार्रवाई की मांग की। इस दौरान प्रभारी प्राचार्य पूनम कुमारी ने सभी को समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।
शिक्षिकाओं ने मांगी माफी
आरोप लगने के बाद दोनों शिक्षिकाओं ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उनका उद्देश्य किसी धर्म को ठेस पहुंचाना नहीं था। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा सिर्फ स्कूल में अनुशासन बनाए रखने की थी, क्योंकि कई छात्र बड़े बालों में और अनुचित पहनावे में आ रहे थे। शिक्षिकाओं ने बच्चों को बाल कटवाने, रक्षा-सूत्र पतला करने और अनुशासित रहने के निर्देश दिए थे। हालांकि, शिक्षिकाओं ने यह भी स्वीकार किया कि इस प्रक्रिया में कुछ छात्रों की पिटाई हुई थी।
जांच शुरू, अधिकारियों ने की पूछताछ
मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) विनय कुमार सुमन ने स्कूल का दौरा किया। उन्होंने छात्रों, अभिभावकों और आरोपी शिक्षिकाओं से पूछताछ की और शिक्षिकाओं को सख्त हिदायत भी दी। अब जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को सौंप दी जाएगी, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय की जाएगी।